जोशीमठ आपदा के दो माह बाद भी शवों के मिलने का सिलसिला जारी

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चमोली जिले के तपोवन-रैंणी आपदा क्षेत्र में आपदा के दो माह बाद भी शवों के मिलने का सिलसिला जारी है। गुरुवार को एनडीआरएफ और एसडीआरएफ ने आपदा प्रभावित क्षेत्र से एक और टनल से एक शव बरामद किया है।
इस तरह आपदा में लापता चल रहे लोगों में अब तक 78 लोगों के शव बरामद किये जा चुके हैं जबकि 126 लोगों के शवों की खोजबीन में एसडीआरएफ की टीम प्रभावित क्षेत्र में सर्च आपरेशन चला रही है।
उल्लेखनीय है कि सात फरवरी को तपोवन-रैंणी क्षेत्र में ऋषिगंगा का जल स्तर बढ़ने से आई जल प्रलय के दौरान क्षेत्र में 204 लोग लापता हो गये थे जिसके बाद से यहां एसडीआरएफ की ओर से सर्च अभियान चलाया जा रहा है। सर्च अभियान में अभी तक 78 लोगों के शव और 35 मानव अंग बरामद किये गये हैं। सर्च आपरेशन में बरामद शवों में से वर्तमान तक 47 लोगों की शिनाख्त की जा चुकी है जबकि 126 लोगों की खोजबीन जारी है।
स्थानीय लोगों ने जतायी नाराजगी
आपदा क्षेत्र में चल रहे सर्च आपरेशन को लेकर स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए नाराजगी व्यक्त की है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि अब दिन गुजरने के साथ ही प्रशासन की ओर से सर्च अभियान को लेकर लापरवाहीपूर्ण रवैया अपनाया जा रहा है। स्थानीय निवासी ओम प्रकाश डोभाल और रवि थपलियाल का कहना है कि जहां वर्तमान में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की ओर से क्षेत्र में सर्च अभियान चलाया जा रहा है वहीं प्रशासन की ओर से यहां किसी भी अधिकारी को तैनात नहीं किया गया है। शवों के मिलने पर एम्बुलेंस की व्यवस्था करने में भी टीम को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
इधर, उपजिलाधिकारी कुमकुम जोशी का कहना है कि सर्च आपरेशन के लिए अधिकारियों की तैनाती की गई है। साथ ही शवों के मिलने पर एम्बुलेंस के माध्यम से शवों को शव गृह तक लाने की व्यवस्था और अन्य आवश्यक प्रक्रियाएं नियमानुसार पूर्ण की जा रही हैं।