ऋषिकेश – भले ही देश की राजनीती में गौ को लेकर नए नए विवाद सामने आये हो लेकिन हिन्दू संस्कृति में गोवर्धन पूजा और अन्न कूट पर्व का विशेष महत्व है, आज के दिन गंगा तट पर हर आश्रम और मंदिर अन्न कूट पर्व मन रहे जिसमे भगवाल कृष्ण को 56 भोग लगाये जा रहे है। ऋषीकेश स्तिथ जयराम आश्रम में बड़ी धूमधाम से गोवेर्धन पूजा का आयोजन किया गया ,जिस में भगवान कृष्ण को 56 भोग का प्रसाद चडाया गया , भगवान कृष्ण ने इन्द्र का घमंड चूर करने के लीये गोवेर्धन पर्वत को अपनी तर्ज़नी उगली पर उठा लिया और गो पूजा का सन्देश दीया तब से अब तक दीपावली के अगले दिन इस पूजा को बड़ी धूम धाम से मनाया जाता है।
जयराम आश्रम के अध्यक्ष ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी का कहना है कि ऋषिकेश की जयराम आश्रम में प्राचीन समय से ही अन्नकूट पर्व मनाने की परंपरा चली आ रही है जिसमें गो पूजा करके , भगवान कृष्ण को ५६ भोग लगाये जा रहे है ,देश की राजनीती में गाय को लेकर लगातार नए विवाद देखने को मिले ,लेकिन भारतीय परम्परा में गौ का स्थान सर्वोपरि यही कारण है आज का दिन गौ के लिए विशेष महत्व रखता है। और इस त्यौहार को मनाने के लिए बड़ी संख्या में दूर-दूर से श्रद्धालु ऋषिकेश का रुख करते हैं गोवर्धन पूजा के बाद छप्पन भोग का प्रसाद चढ़ाकर सभी श्रद्धालुओं में बांटा जाता है