(देहरादून) मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार को मुख्यमंत्री आवास में पत्रकारों से औपचारिक वार्ता करते हुए कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनहित में पेट्रोल और डीजल के दामों को कम करने का निर्णय लिया गया है। अब पेट्रोल और डीजल के मूल्य में प्रति लीटर पांच-पांच रुपये कम हो गए हैं। राज्य सरकार ने केंद्र की तर्ज पर पेट्रोल और डीजल पर प्रति लीटर 2.50-2.50 रुपये की कमी करने का फैसला अपने स्तर पर किया है। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में गुरुवार 4 अक्टूबर की रात्रि से पेट्रोल और डीजल के दाम में 5 रुपये प्रति लीटर की कमी की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जनहित में पेट्रोल व डीजल की कीमत में की गई कमी से राज्य सरकार पर सालाना 325 करोड़ रुपये का आर्थिक व्यय भार बढ़ेगा। उधर, पांच रुपये कम होने के बाद देहरादून के उपभोक्ताओं के लिए मध्य रात्रि से पेट्रोल की कीमत करीब 78.83 रुपये और डीजल की कीमत करीब 70.97 रुपये प्रति लीटर लागू हो गई हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड में प्रतिवर्ष 40 करोड़ लीटर पेट्रोल व 90 करोड़ लीटर डीजल की खपत होती है। डीजल व पेट्रोल के दामों में केन्द्र सरकार ने भी 2.50 रुपये प्रति लीटर की कमी की है। इससे सरकारी खजाने पर सालाना 325 करोड़ का बोझ पड़ेगा। इस प्रकार अब पेट्रोल व डीजल के दाम मे प्रति लीटर पांच रुपये की कमी होने से यातायात व परिवहन थोड़ा सस्ता होगा व आम आदमी को इसका लाभ मिलेगा।
गौरतलब है कि पिछले लंबे अरसे से पेट्रोल और डीजल की कीमतें बढऩे का सिलसिला जारी है। आखिरकार केंद्र सरकार ने ढाई रुपये प्रति लीटर की राहत तो दी तो राज्य की भाजपा सरकार ने भी कीमत में कमी लाने का फैसला लेने में देर नहीं लगाई। मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने गुरुवार शाम अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में पेट्रोल और डीजल की कीमत में केंद्र की तर्ज पर ही ढाई रुपये प्रति लीटर राहत देने की घोषणा की। सरकार का यह फैसला गुरुवार मध्य रात्रि से लागू हो गया है।