आवागमन के लिए उत्तराखंड में हजारों की संख्या में पुलों का निमार्ण किया गया है। इनमें कई पुलों की सुरक्षा मियाद पूरी हो चुकी है लेकिन ऐसे पुलों की संख्या की जानकारी लोक निर्माण विभाग मुख्यालय को नहीं है।
उल्लेखनीय है कि बीते जुलाई माह में ऋषिकेश स्थित लक्ष्मण झूला पुल जीर्ण-शीर्ण अवस्था में होने के चलते बन्द कर दिया गया जो अभी तक सुचारू नहीं हो सका। इसी के बाद काशीपुर निवासी सूचना अधिकार कार्यकर्ता नदीमउद्दीन ने लोक निर्माण विभाग के मुख्यालय/प्रमुख अभियंता कार्यालय के लोक सूचना अधिकारी से मियाद पूरी होे चुके और यातायात को असुरक्षित तथा जर्जर पुलों की जनपदवार संख्या की सूचना मांगी। इसके उत्तर में मुख्यालय के लोेक सूचना अधिकारी/वरिष्ठ स्टाफ अफिसर ने जनपदवार पैदल तथा मोटर पुलों की संख्या की सूचना तो उपलब्ध करा दी लेकिन सुरक्षा मियाद पूरी हो चुके, जर्जर व यातायात को असुरक्षित पुलों की कोई जानकारी नहीं दी। इसके लिए प्रदेश के 65 अधिशासी अभियंता कार्यालयोें की सूची देते हुये उन्हेें अलग से आवेदन करने को कहा है।
प्रदेश में कुल एक लाख पांच हजार 359 मीटर लम्बाई के 3451 पुल हैै इनमें 43511.31 मीटर लम्बाई के 1260 पैदल पुल शामिल है। इसके अतिरिक्त 61847.78 मीटर कुल लम्बाई के 2119 मोटर पुल शामिल है। उधमसिंह नगर तथा हरिद्वार जिले कोे छोेड़कर सभी 11 जनपदों में पैदल पुल हैै। इसमें सर्वाधिक 216 पुल चमोली में, 186 पिथौरागढ में, 166 पुल उत्तरकाशी जिले में तथा 148 पुल पौड़ी जिले में स्थित है। अन्य जिलों में टिहरी में 87, देहरादून में 23, रूद्रप्रयाग में 93, चम्पावत में 57, बागेश्वर में 119, अल्मोड़ा में 124, नैनीताल में 41 पुल शामिल है।
उत्तराखंड के कुल 2119 मोटर पुलों में 312 राष्ट्रीय राज मार्गाें पर स्थित है जबकि 1879 जनपदों में अन्य मार्गों पर स्थित हैै। सर्वाधिक 215 मोटर पुल जनपद अल्मोड़ा में, 198 बागेश्वर जनपद में, 193 चमोली में, 189 पौड़ी में, 187 टिहरी मेें स्थित हैै जबकि अन्य जनपदोें में 153 उत्तरकाशी, 146 देहरादून, 86 हरिद्वार, 11 पिथौरागढ़, 71 चम्पावत, 128 नैनीताल, 145 उधमसिंह नगर जिले में स्थित है।