पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भाजपा सरकार धान की ख़रीद की नीति साज़िश के तहत जारी न करने का आरोप लगाते हुवे कहा कि सरकार बीचौलियो को लाभ पहुँचाने के लिए अपनी फ़सल ख़रीद की नीति की घोषणा नहीं कर रही है,उन्होंने कहा कि, “आज मैंने बाजपुर मंडी में भी यही हालात देखे की काँटे ख़ाली पड़े है किंतु धान ख़रीद की नीति की घोषणा न होने के कारण किसान अपने धान को बीचौलिये को मजबूरी में बेच रहे है बाद में सरकार उसी धान को अधिक मूल्य में बीचौलिये से ख़रीद सके।
अारौप लगाते हुये कहा कि, “किसानो का शोषण कर एक बड़े घोटाले की तय्यारी की जा रही है, नीति की घोषणा न करना किसानो को मजबूरी में धान बेचने को मजबूर करने की साज़िश है जिसमें सरकार के कई नुमाइंदों की मिलिभक्त भी है।”