दिल्ली और कुछ अन्य राज्यों की तर्ज पर उत्तराखंड सरकार ने भी शराब और डीजल-पेट्रोल के दामों में इजाफा करने का फैसला किया है। गुरुवार को कैबिनेट बैठक के बाद यह फैसला लिया गया कि, शराब पर 20 से 200 रुपये की बढ़ोतरी,वहीं, विदेश से लाई जाने वाली शराब पर 475 रुपये और देशी पर 20 रुपये प्रति बोतल की बढ़ोतरी की गई है। इसी तरह, पेट्रोल पर 2 रुपये और डीजल पर 1 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है। राज्य में अभी पेट्रोल की कीमत 72.55 रुपये प्रति लीटर और डीजल 63.17 रुपये प्रति लीटर है। ताजा बढ़ोतरी के बाद अब पेट्रोल की नई कीमत 74.55 रुपये प्रति लीटर और डीजल की 64.17 रुपये प्रति लीटर हो जाएगी।
कोरोना और लॉकडाउन के चलते राज्य को हुए आर्थिक नुकसान से बचाने के लिये सरकार ने यह फैसला लिया है। दिल्ली की ही तरह उत्तराखंड में भी सरकार ने शराब पर कोविड टैक्स लगाया गया है। यही नहीं, पेट्रोल और डीजल की कीमतों में भी इजाफे किए हैं। आमदनी ठप होने से प्रदेश सरकार की मुश्किलें बढ़ गई थीं। अब इन मुश्किलों से पार पाने के तरीके ढूंढे गए हैं। आमदनी में इजाफा नहीं हुआ तो विकास कार्य, निर्माण कार्य तो दूर की बात कर्मचारियों को वेतन देने के लाले पड़ सकते हैं। दरअसल, राजस्व प्राप्त करने के लिहाज से अप्रैल का महीना तकरीबन सूखा गुजरा है। मई महीने में स्थिति में बड़ा बदलाव आने की उम्मीद कम ही है।
इसके अलावा कैबिनेट में बाहरी राज्यों से लोगो को हरिद्वार में अस्थि विसर्जन की अनुमति मिलेगी। अस्थि विसर्जन करने के लिए अधिकतम दो लोग ही आ सकते हैं।