..तो देवस्थानम बोर्ड में एडजस्ट होंगे मंत्री पद के दावेदार

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चारधाम
चार धाम समेत 50 मंदिरों के संचालन के लिए गठित देवस्थानम बोर्ड में छह विधायकों के मनोनयन पर सभी की निगाहें हैं। माना जा रहा है कि त्रिवेंद्र मंत्रिमंडल की खाली कुर्सियों पर नजरें जमाए कुछ विधायकों को बोर्ड में एडजस्ट किया जा सकता है। खास तौर पर ऐसे विधायक जो कि चार धाम और संबंधित मंदिर क्षेत्रों का विधानसभा में प्रतिनिधित्व करते हैं। इससे पहले, मंत्री पद के दावेदार रहे कुछ विधायकों को भाजपा हाईकमान संगठन में एडजस्ट कर चुका है।
हालांकि इन दिनों सरकार कोरोना संकट से निपटने में व्यस्त है, लेकिन देवस्थानम बोर्ड में छह विधायकों का मनोनयन जल्द होने की उम्मीद है। भराड़ीसैंण सत्र में इन छह विधायकों के मनोनयन का अधिकार विधानसभा को दे दिया गया है। चूंकि 26 अप्रैल से चार धाम यात्रा शुरू होने जा रही है, इसे देखते हुए बोर्ड को सक्रिय करना भी सरकार की प्राथमिकता में है। भाजपा के प्रदेश में 57 विधायक है। ऐसे में निश्चित तौर पर छह विधायकों का चयन आसान नहीं रहेगा, लेकिन माना जा रहा है कि कुछ ऐसे विधायकों को बोर्ड सदस्य बतौर मनोनीत किया जा सकता है, जिनकी मंत्री पद की दावेदारी है।
-देवस्थानम बोर्ड में छह विधायकों को किया जाना है मनोनीत
-दावेदार कई विधायक संगठन में भी किए जा चुके हैं एडजस्ट
त्रिवेंद्र मंत्रिमंडल में चमोली,रुद्रप्रयाग, उत्तरकाशी जैसे जिलों का प्रतिनिधित्व नहीं है जबकि बोर्ड के अंतर्गत शामिल किए गए चार धाम और अन्य मंदिर इन्हीं जिलों में स्थित है। इन जिलों में भाजपा विधायकों की संख्या अच्छी खासी स्थिति में है। इन जिलों से अक्सर यह मांग उठती भी रही है कि मंत्रिमंडल में जिले को प्रतिनिधित्व मिले। इन स्थितियों के बीच भाजपा हाईकमान मंत्री पद के प्रबल दावेदार रहे बंशीधर भगत को संगठन में भेजकर उन्हें अध्यक्ष जैसा अहम दायित्व सौंप चुका है।
इसी तरह मंत्री पद के दावेदार रहे विधायक खजान दास, पुष्कर सिंह धामी को संगठन में पदाधिकारी बना दिया गया है। यमकेश्वर विधायक और पूर्व सीएम बीसी खंडूडी की पुत्री ऋतु खंडूडी को महिला मोर्चा का प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है। इसी क्रम में देवस्थानम बोर्ड में छह विधायकों के मनोनयन को भी देखा जा रहा है। हालांकि शासकीय प्रवक्ता मदन कौशिक का कहना है कि बोर्ड में किसका मनोनयन होगा, अब यह पूरी तरह से विधानसभा को तय करना है।