सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की लापरवाही का सिलसिला खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। विभाग के तमाम कड़े दिशा-निर्देशों का शिक्षक जमकर मखौल उड़ा रहे हैं। आलम यह है कि सोमवार को विभाग मे किए गए आकस्मिक निरीक्षण में 809 स्कूलों के 381 शिक्षक गैर हाजिर पाए गए। विभाग ने अब नई नीति के तहत गैर हाजिर शिक्षकों को दुर्गम स्कूलों में स्थानांतरित करने का फैसला किया है।सरकारी स्कूलों को ढर्रे पर लाने की शिक्षा विभाग की तमाम कोशिशें फेल साबित हो रही है। खास बात यह कि विभाग के प्रयासों को स्कूलों में तैनात शिक्षक ही पलीता लगा रहे हैं। यह हम नहीं कह रहे, बल्कि विभाग के सोमवार को प्रदेश के सरकारी स्कूलों में किए गए आकस्मिक निरीक्षण के बाद सामने आए आंकड़े बता रहे हैं। सोमवार को महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड कैप्टन आलेक शेखर तिवारी के निर्देश पर प्रदेश के समस्त जनपदों में विभागीय अधिकारियों द्वारा प्रारंभिक व माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों व छात्रों की उपस्थिति, शैक्षिक गुणवत्ता, मिड-डे मील आदि का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण में सैंकड़ों शिक्षक बिना अवकाश के अनुपस्थित पाए गए। विभाग ने स्थिति को गंभीरता से लेते हुए शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई करने का फैसला किया है।
महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा कै. आलोक शेखर ने बताया कि बिना अवकाश स्वीकृति के अनुपस्थित पाए गए शिक्षकों को दुर्गम स्थानों में स्थानांतरित किए जाने के लिए नीति बनाए बनाई जा रही है। निकट भविष्य में भी स्कूलों में आकस्मिक निरीक्षण में अनुपस्थित पाए जाने वाले शिक्षकों को दुर्गम स्थानों में स्थानांतरित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि स्कूलों की गुणवत्ता विभाग की पहली प्राथमिकता है। ऐसे में शिक्षकों की गैरहाजिरी बेहद संजीदा मुद्दा है। उन्होंने बताया कि शिक्षक के गैर हाजिर रहने से बच्चों को शिक्षित करने का कार्य प्रभावित हो रहा है। ऐसे में बच्चे भी स्कूलों से गैर हाजिर हो रहे हैं। आंकड़ों पर गौर करें तो निरीक्षण के दौरान स्कूलों में कुल पंजीकृत 74701 छात्रों में 46409 उपस्थित पाए गए। जबकि 28292 गैर हाजिर पाए गए। यह स्थिति शिक्षा की गुणवत्ता के लिए घातक न बने इसके लिए शिक्षकों को उनकी जिम्मेदारी का बोध कराना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि गैर हाजिर शिक्षकों को दुर्गम स्कूलों में भेजे जाने के लिए नीति जल्द तैयार कर ली जाएगी।
निरीक्षण में शिक्षकों की यह रही स्थिति
जनपद-स्कूल- कार्यरत-उपस्थित- अनुपस्थित
पौड़ी-133- 631- 596 – 62
देहरादून-39- 240- 214- 26
चमोली- 74- 273- 255- 18
रुद्रप्रयाग-35- 179- 163- 16
टिहरी- 74- 437- 401- 36
उत्तरकाशी- 43- 229- 208- 21
हरिद्वार- 38- 187- 161- 26
नैनीताल- 102- 530- 492- 38
पिथौरागढ़- 20- 163- 151- 12
अल्मोड़ा- 70- 395- 307- 35
बागेश्वर- 29- 117- 108- 9
चंपावत- 34- 134- 119- 15
उधमसिंहनगर- 108- 706- 639- 67
कुल योग- 809- 4221- 3840- 381