सुरक्षा बलों में महिला व पुरूष अनुपात कम से कम 40:60 का होना चाहिए: हरीश रावत

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मुख्यमंत्री हरीश रावत ने बुधवार को ननूर खेड़ा में होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा संगठन के स्थापना दिवस पर आयोजित परेड की सलामी ली । परेड में कुल 6 प्लाटूनें शामिल हुई जिनमें 5 सशस्त्र पुरष तथा 1 सशस्त्र महिला प्लाटून थी। परेड में गढ़वाल तथा कुमाऊ मण्डलों के जनपदों से आये हुए होमगार्ड्स भी शामिल हुए। इस मौके पर बोलते हुए रावत ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा होमगार्ड्स में महिलाओं के संख्या बढ़ाने प्रयास किए जा रहे है। सुरक्षा बलों में महिला व पुरूष अनुपात कम से कम 40:60 का होना चाहिए।  

इस मौके पर होमगार्ड्स तथा नागरिक सुरक्षा विभाग के 12 अधिकारियों को उत्कृष्ट कार्यो के लिए प्रमाण पत्र दिये गए। मुख्यमंत्री ने ड्यूटी पर दिवंगत 4 होमगार्डस स्वयंसेवकों की आश्रित पत्नियों को पाॅंच-पाॅंच लाख रूपये की बीमा सहायता राशि भी दी गई। 

मुख्यमंत्री ने यहां बोलते हुए कहा कि होमगार्डस एवं नागरिक सुरक्षा संगठनों के कार्य और उनके द्वारा किये जाने वाले दायित्वों अत्यन्त सराहनीय है। मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि

  • अन्तर्जनपदीय संचरण के अवसर पर होमगार्ड्स को रू0 100 की अतिरिक्त राशि की जाती है तथा होमगार्ड्स स्वयंसेवकों का प्रशिक्षण भत्ता ड्यूटी भत्ते की राशि के बराबर किया जाता है।
  • इसके अतिरिक्त होमगार्ड्स का नियतन 6411 से बढ़ाकर 10 हजार किया जाता है। उक्त रिक्तियां तीन चरणों में भरी जायेंगी। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रसन्नता की बात है कि  होमगार्ड्स ने उत्कृष्टता को अपना मानक बनाया है।रावत ने कहा कि हमें सोशल प्रीपेडनेस के प्रयासों के अन्र्तगत किसी भी प्रकार की चुनौती के लिए अपनी तैयारी पूरी रखनी होगी। 

  • लगभग 1200 होमगार्ड्स द्वारा अर्धकुम्भ मेले व कांवड़ यात्रा में सराहनीय सहयोग किया गया।
  • इसके अतिरिक्त चारधाम यात्रा एवं प्राकृतिक आपदाओं से निपटने में भी होमगार्ड्स की भूमिका अत्यन्त महत्वपूर्ण है।
  • होमगार्ड्स वनाग्नि को नियंत्रित करने में वन विभाग व नागरिक संगठनों की सहायता कर रहे है।
  • यातायात कन्ट्रोल में भी होमगार्ड्स के जवान महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे है।

राज्य सरकार द्वारा सरकारी उपक्रमों व संस्थानों में भी होमगार्ड्स व पीआरडी के जवानों की अधिक से अधिक तैनाती की जाएगी। रावत ने नागरिक सुरक्षा संगठनों के प्रयासों की भी प्रशंसा की । उन्होंने कहा कि राज्य के 5 जिलों में नागरिक सुरक्षा संगठन स्थापित किए जाएगें। उत्तराखण्ड की विषम भौगोलिक स्थितियों तथा आपदाओं के मामले में सवेंदनशील होने के कारण नागरिक सुरक्षा की अवधारणा को मोटो या स्लोगन के रूप में प्रचलित करना होगा। 

इस अवसर पर होमगार्ड्स एवं नागरिक सुरक्षा मंत्री प्रीतम सिंह पंवार, जिलाधिकारी रविनाथ रमन, परिष्ठ पुलिस अधीक्षक स्वीटी अग्रवाल, कमाण्डेट जनरल होमगार्ड्स आर0 एस0 मीना, भारी संख्या में होमगार्ड्स तथा नागरिक सुरक्षा के स्वयंसेवक, राजकीय इन्टर कालेज व नवोदय विद्यालय से आये हुये बच्चे उपस्थित थे।