राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया

0
604

राज्यपाल डॉ. कृष्णकान्त पाल और मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने ‘स्वच्छता ही सेवा’ कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। स्वच्छता अभियान के व्यापक प्रचार-प्रसार और जन जागरुकता के लिए राज्यपाल और मुख्यमंत्री ने गढ़वाल एवं कुमांऊ के लिए एक-एक स्वच्छता रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया।

मुख्यमंत्री आवास के जनता मिलन हाल में आयोजित कार्यक्रम में राज्यपाल डॉ. पाल ने कहा कि जन और देशहित में दो अक्टूबर 2014 को सम्पूर्ण भारत में स्वच्छता की शपथ ली गई थी। इसके बाद समय-समय पर स्वच्छता कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। स्वच्छ भारत मिशन को पूर्ण रूप से सफल बनाने के लिए इस तरह के जागरुकता कार्यक्रमों के माध्यम से ऊर्जा देने की आवश्यकता है ताकि स्वच्छता मिशन के लक्ष्य में किसी भी प्रकार का भटकाव न आए। राज्यपाल ने कहा कि पिछले तीन सालों में विश्वविद्यालयों ने स्वच्छता अभियान पर अच्छा कार्य किया है।

गोविन्द बल्लभ पंत कृषि विश्वविद्यालय ने स्वच्छता के मामले में देश के सभी विश्वविद्यालयों में से प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्होंने कहा कि अन्य संस्थाओं, स्कूलों को भी इससे प्रेरित होकर इस अभियान को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने इस स्वच्छता पखवाड़े में 17 सितम्बर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्म दिवस के अवसर पर सेवा दिवस, 25 सितम्बर को पं. दीन दयाल उपाध्याय के जन्म शताब्दी के अवसर पर सर्वत्र स्वच्छता दिवस और 02 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत दिवस के रूप में मनाया जाएगा।

मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत मिशन एवं नए भारत के लक्ष्य को हम सबको गम्भीरता से लेना होगा। मोहल्लों एवं गांवों से एम्बेस्डर बनकर इस अभियान को आगे बढ़ाना होगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ग्रामीण क्षेत्र खेल में शौच से मुक्त (ओ.डी.एफ) होने वाला देश का चैथा राज्य है। मार्च 2018 तक राज्य के शहरी क्षेत्र को भी पूर्ण रूप से ओडीएफ करने का लक्ष्य रखा गया है,  इस अभियान को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के कार्यक्रमों में सबका योगदान जरूरी है। स्वच्छता मिशन को सफल बनाने के लिए जन सहयोग एवं सहभागिता के साथ ही सबको व्यक्तिगत प्रयास भी करने होंगे।

इस मौके पर पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि पिछले तीन वर्षों से शीर्ष पदाधिकारियों से लेकर गांव के अन्तिम व्यक्ति तक सभी लोग स्वच्छता अभियान से जुड़े हैं। किसी भी अभियान को सफल बनाने के लिए समाज की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। स्वच्छता पखवाड़े के तहत 17 सितम्बर को सेवा दिवस के रूप मे 24 सितम्बर को समग्र स्वच्छता दिवस, 25 सितम्बर को सर्वत्र स्वच्छता दिवस, एक अक्टूबर को आइकानिक(विशिष्ट) स्थलों की स्वच्छता दिवस एवं दो अक्टूबर को स्वच्छ भारत दिवस के रूप में स्वच्छता अभियान चलाया जाएगा। इस अवसर पर पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज, महिला व बाल विकास राज्य मंत्री रेखा आर्य, विधायक हरबंस कपूर, विधायक मुन्ना सिंह चौहान, मुख्य सचिव एस.रामास्वामी आदि उपस्थित रहे।