देहरादून। प्रदेश के वित्त व संसदीय मंत्री प्रकाश पंत ने बुधवार को दून विवि में राज्य कर विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में दो सौ जीएसटी मित्रों को प्रमाण पत्र वितरित किए। इस दौरान उन्होंने कहा कि जीएसटी मित्र योजना से राज्य के रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। इससे न केवल व्यापारियों को जीएसटी फाइल करने में सहूलियत होगी बल्कि बाजार में कम्पटीशन की भावना भी पैदा होगी।
इस अवसर पर अपने सम्बोधन मंत्री प्रकाश पंत ने कहा कि उत्तराखंड ने देश को जीएसटी मित्र का कांसेप्ट दिया और अब तमाम राज्य इस व्यवस्था को लागू कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में नयी कर प्रणाली जीएसटी के सफल क्रियान्वयन के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा “जीएसटी मित्र” की योजना शुरू की गई थी। जिसमें राज्य के युवाओं हेतु रोजगार का सृजन हो सके। साथ ही राज्य के कोने कोने में स्थित व्यापारियों को जीएसटी के अंतर्गत पंजीयन, रिटर्न फाइलिंग, रिफण्ड एवं कर भुगतान आदि ऑनलाइन गतिविधियों के लिए विभाग द्वारा प्रशिक्षित सेवा प्रदाता उपलब्ध हो।
प्रकाश पंत ने कहा कि सरकार ज्यादा से ज्यादा संख्या में जीएसटी मित्र तैयार करना चाहती है ताकि राज्य के व्यापारियों को रिटर्न दाखिल करने में आसानी रहे और उन्हें महंगे साधनों का उपयोग न करना पड़े। कार्यक्रम के दौरान पंत ने कुल दो सौ के करीब युवाओं को प्रमाण पत्र वितरित किए। राज्य कर विभाग के अपर आयुक्त पीयूष कुमार ने बताया कि विभाग ने सूडा के सहयोग से कुल 1724 जीएसटी मित्रों का चयन किया था। इसमें से परीक्षा में पास होने वाले 1170 जीएसटी मित्रों को प्रमाण पत्र दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो राज्य में और जीएसटी मित्र तैयार किए जाएंगे। कार्यक्रम के दौरान दून विवि के कुलपति डॉ सीएस नौटियाल, जीएसटी कमिश्नर पीके गोयल, प्रीति मनराल, आशीष उपाध्याय, श्याम तिरुआ सहित विभाग के कई अधिकारी मौजूद थे।