गोपेश्वर। चमोली जनपद में कार्यरत अतिथि शिक्षकों का चार माह तथा एलटी शिक्षकों को तीन माह से वेतन नहीं मिला है। जिससे उन्हें आर्थिक रूप से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कोर्ट के आदेश के अनुसार इनकी सेवाऐं मार्च माह तक ही ली जा सकती है। ऐसे में आगे क्या होगा इस पर भी अभी संशय ही बना हुआ है।
चमोली जिले के विभिन्न विद्यालयों में शिक्षकों की कमी दूर करने के लिए एक नियत मानदेय पर प्रवक्ता तथा एलटी में अतिथि शिक्षकों की तैनाती की गई है। वर्ष 2017 मार्च के बाद इन्हें हटा दिया गया था। जिस पर अतिथि शिक्षकों ने न्यायालय की शरण ली थी कोर्ट के संज्ञान के बाद इन्हें मार्च 2018 तक के लिए सेवाओं में लिया गया था। लेकिन अब स्थिति यह है कि मार्च के बाद इनकी स्थिति क्या होगी इस पर भी संशय बना हुआ है।
अतिथि शिक्षक संगठन के अध्यक्ष राकेश लाल का कहना है कि उन्होंने अपनी सेवाओं को मार्च के बाद भी बहाल करने के लिए कई बार शासन से लेकर प्रशासन तक पत्राचार कर दिया है लेकिन अभी तक इस संबंध में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। वहीं अतिथि शिक्षकों को बजट का अभाव बताते हुए मानदेय नहीं मिला है।
मामले में मुख्य शिक्षा अधिकारी ललित मोहन चमोला का कहना है कि बजट न मिलने के कारण मानदेय नही दिया जा सका था लेकिन अब बजट मिल गया है। शीघ्र ही अतिथि शिक्षकों का वेतन दे दिया जाएगा। साथ कहा कि अभी तक मार्च के बाद अतिथि शिक्षकों के मामले में क्या अग्रीम निर्णय लिया जाना है उस पर किसी प्रकार का कोई आदेश शासन से नहीं मिला है।