कांवड़ मेला के बाद कूड़े के ढेर पर हरिद्वार

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हरिद्वार

हरिद्वार से गंगाजल लेकर लौटे लगभग चार करोड़ कांवड़ यात्री शहर में अपने पीछे गंदगी का अंबार छोड़ गए हैं। इस गंदगी को साफ करने में नगर निगम को खासा समय लगाना पड़ रहा है। श्रद्धालुओं और कांवड़ियों के छोड़े गए कूड़े और कचरे के अंबार से आ रही दुर्गंध से पूरा शहर परेशान है।

नगर निगम के संसाधन भी इतनी बड़ी गंदगी के आगे बौने पड़ गए हैं। अब इसकी सफाई करना निगम प्रशासन के लिए चुनौती बन गया है। इस बदबू के चलते शहर वासियों को मुंह पर रुमाल रखकर निकलना पड़ रहा है। कांवड़ यात्रा के शुरुआती दिनों में यात्रियों की संख्या कम थी लेकिन बाद में संख्या बढ़ती गई। कांवड़ यात्रियों ने स्वच्छता का संदेश देने के बजाय जमकर गंदगी फैलायी।

शिवभक्तों ने खाद्य पदार्थ, प्लास्टिक की बोतल, पालीथिन, पन्नी, कपड़े, जूते-चप्पल आदि सामान कूड़ेदान में डालने के बजाय सड़क और गंगा घाटों पर ही फेंक दिए। हरकी पैड़ी का संपूर्ण क्षेत्र गंदगी से अटा पड़ा है। मालवीय घाट, सुभाष घाट, महिला घाट, रोड़ी बेलवाला, पंतद्वीप, कनखल, भूपतवाला, ऋषिकुल मैदान, बैरागी कैंप आदि क्षेत्रों में जगह-जगह शौच करने के चलते दुर्गंध ही दुर्गंध फैली है। नाले-नालियां चोक पड़े हैं।

इससे नगर निगम अधिकारी भी चिंतित हैं। सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी कासा ग्रीन के निदेशक संजय चौहान ने बताया शहर में जमा कूड़े को समेटने में करीब एक सप्ताह का वक्त लगेगा। आम दिनों में शहर से रोजाना 250 मीट्रिक टन कूड़ा होता है। हालांकि कूड़ा उठान और निस्तारण को नगर निगम की टीम युद्धस्तर पर लगा है। हरकी पैड़ी क्षेत्र से ही भारी संख्या में कूड़ा उठाया गया है जबकि कूड़ा उठाने का कार्य निरंतर किया जा रहा है। शौच करने वाले स्थान में हैरो मशीन चलायी गयी है। कीटनाशकों का छिड़काव किया गया है।

गौरतलब है कि एनजीटी के हरिद्वार में प्लास्टिक पर प्रतिबंध के बावजूद कांवड़ यात्रा के दौरान हरिद्वार में पालीथिन और प्लास्टिक का कारोबार जमकर हुआ। धड़ल्ले से गंगा घाटों पर प्लास्टिक की कैन, पन्नी आदि बिकती रही लेकिन पुलिस प्रशासन ने इस ओर कार्रवाई नहीं की। एक-दो स्थानों पर कार्रवाई कर इतिश्री कर ली गयी थी।

शहर में जगह-जगह फैली गंदगी के कारण अब शहर में संक्रामक बीमारियों के फैलने का खतरा भी बढ़ गया है। नगर आयुक्त, हरिद्वार दयानंद सरस्वती ने दावा किया कि नगर निगम क्षेत्र को 15 सेक्टर में बांटकर प्रत्येक सेक्टर में प्रति पाली 25 कर्मचारी तैनात किए गए हैं। 30 जुलाई तक शहर को कूड़ा मुक्त कर दिया जाएगा। हरकी पैड़ी, पंतद्वीप और रोड़ी बेलवाला क्षेत्र की सफाई पहली प्राथमिकता है।