हरिद्वार महाकुंभ में सोशल मीडिया का सदुपयोग करेगी पुलिस

0
598
महाकुंभ
उत्तराखंड पुलिस हरिद्वार महाकुंभ मेले के सफल संचालन के लिए सोशल मीडिया का सदुपयोग करेगी। इसमें फेसबुक पेज और सोशल मीडिया का सहारा लिया जाएगा। यह यहां शुक्रवार को अंतरराज्यीय पुलिस अधिकारियों की बैठक में तय किया गया।
बैठक में कहा गया कि एसओपी और कोविड गाइडलाइन का शत प्रतिशत पालन होगा। शाही स्नान पर वीआईपी के प्रवेश पर प्रतिबंध रहेगा। आम श्रद्धालुओं की तरह वीआईपी भी मेले में शामिल होंगे। यातायात और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुल 12 बिंदुओं पर  को तैयार किया गया है। यात्रियों को कुंभ की पल-पल की जानकारी फेसबुक पेज पर बाहरी राज्यों के पुलिस के सहयोग से दी जाएगी।
बैठक की अध्यक्षता  पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने की।  बैठक का आयोजन  कुंभ मेले के दौरान भीड़, यातायात एवं पुलिस प्रबन्धन में अंतरराज्यीय समन्वय के लिए किया गया। यह बैठक पुलिस मुख्यालय के सभागार में हुई। बैठक में उत्तर प्रदेश, दिल्ली, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, पंजाब, राजस्थान, चंडीगढ़, जम्मू-कश्मीर, एनआईए, रेलवे सुरक्षा बल के अधिकारियों के अलावा प्रदेश के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौजूद रहे। बैठक का संचालन वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अभिसूचना निवेदिता कुकरेती ने किया।
डीजीपी अशोक कुमार ने कहा कि सभी सीमावर्ती प्रदेश और अन्य एजेंसियों के पारस्परिक सहयोग से कुंभ मेले में समस्त शाही स्नानों के सकुशल संचालन के लिए सभी के समन्वय की आश्यकता होगी। इसलिए अभी से कुंभ मेले के लिए पुलिस प्रबंध किए जाने की तैयारियों में लगना होगा।
उन्होंने कहा कि  कि इस बार पुलिस भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा व्यवस्था के लिए कई नई तकनीकों को शामिल किया जा रहा है। कुंभ क्षेत्र में सीसीटीवी और ड्रोन कैमरों से नजर रखी जाएगी। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल का भी उपयोग किया जाएगा। पिछले कुंभ मेले के मुकाबले इस साल के कुंभ मेले में सोशल मीडिया का उपयोग बड़े पैमाने पर होगा। सांप्रदायिकऔर आपत्तिजनक पोस्ट पर लगाम लगाने के लिए मेले में सोशल मीडिया मॉनिटरिंग सेल की स्थापना होगी।
बैठक में संजय गुंज्याल, पुलिस महानिरीक्षक, कुंभ एवं एपी अंशुमान, पुलिस महानिरीक्षक, अभिसूचना एवं सुरक्षा, उत्तराखण्ड ने कुंभ मेले के दौरान शाही स्नानों एवं अन्य स्नानों में किए जाने वाली पुलिस व्यवस्थाओं, यातायात प्रबन्धन, भीड़ नियन्त्रण, पार्किंग, यातायात प्लान पर किये जाने वाले पुलिस प्रबन्धन, पूर्व में घटित हुए दुर्घटनाओं की जानकारी दी।
बैठक में शाही स्नानों एवं प्रमुख स्नानों के दौरान भीड़ प्रबन्धन के लिए यातायात प्लान, ट्रैफिक डायवर्जन आदि महत्वपूर्ण सूचनाओं का सीमावर्ती प्रदेशों से अपने-अपने जनपदों में व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर जोर दिया गया। मेलाधिकारी रावत दीपक कुंभ मेला एवं सभी राज्यों और एजेन्सियों के अधिकारियों ने कुंभ मेले की व्यवस्था के सम्बन्ध में विचार साझा किये।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा 
  • केन्द्र एवं राज्य सरकार द्वारा कुंभ मेले के लिए जारी एसओपी का पूर्णतः और अपने-अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म से भी प्रचार-प्रसार होगा।
  • शाही स्नानों के दिन वीआईपी आवागमन पर रोक रहेगी। वीआईपी एक साधारण श्रद्धालु की भांति ही आ सकते हैं।
  • राज्यों एवं एजन्सियों द्वारा पूर्व में कुंभ के दौरान घटित घटनाओं और राष्ट्र विरोधी तत्वों के सम्बन्ध में अभिसूचना साझा की गई। और भविष्य में भी अभिसूचना का आदान-प्रदान व्हाट्स ऐप एवं अन्य माध्यमों से करने का निर्णय लिया गया।
  • सीमावर्ती राज्यों के नोडल अधिकारियों में समन्वय एवं सूचनाओं के आदान-प्रदान के लिए उनका एक व्हाट्स ऐप ग्रुप भी बनाया जाएगा। प्रमुख स्नान वाले दिनों में यातायात का दबाव अधिक होने पर उत्तर प्रदेश की भूमिका महत्वपूर्ण होगी और डायवर्जन शुरू किया जाएगा। इस सम्बन्ध में जल्द ही सभी सीमावर्ती जनपदों के पुलिस उपाधीक्षकों एवं थाना प्रभारियों की बैठक हरिद्वार में आयोजित की जाएगी।
  • रेलवे में अधिक भीड़ होने पर सीमावर्ती नजीबाबाद और सहारनपुर के रेलवे स्टेशनों को भी एक्टिव किया जाएगा।
  • कुंभ मेला मार्गों पर सीमावर्ती राज्यों द्वारा भी विभिन्न स्थानों पर एम्बुलेंस एवं क्रेन तैनात करने पर भी सहमति बनी।
  • कुंभ मेले के दौरान सम्पर्क एवं संचार के लिए वायरलेस का उपयोग किया जाएगा और एक काॅमन फ्रिक्वेन्सी की व्यवस्था की जाएगी।
  • प्रत्येक राज्य एवं एजेन्सी के एक वरिष्ठ अधिकारी को कुंभ मेले में समन्वय के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा।
  • कुंभ मेले के दौरान प्रत्येक राज्य द्वारा सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की जाएगी और इससे प्राप्त सूचनाओं को तुरंत शेयर किया जाएगा।
  • कुंभ मेले के प्रचार-प्रसार के लिए फेसबुक पेज भी बनाया गया है। उत्तराखंड  पुलिस के फेसबुक पेज और ट्विटर हैंडल से भी ट्रैफिक प्लान और पार्किंग की जानकारी श्रद्धालु घर बैठे पा सकेंगे।
  • अंतरराज्यीय अपराधियों का विवरण, डोजियर्स आदि का आदान-प्रदान किया जाएगा।  मानव तस्करी, जेबकतरों, इनामी एवं वांछित अपराधियों पर कड़ी निगरानी होगी। इनके सम्बन्ध में जानकारी तुरन्त साझा करने पर जोर दिया गया।
  • अंतरराज्यीय बैरियरों, चेक पोस्ट्स- चिड़ियापुर बैरियर, नारसन चेक पोस्ट, लखनौता चेक पोस्ट, काली नदी बैरियर एवं गोवर्धन चेक पोस्ट पर संदिग्ध व्यक्तियों एवं वाहनों की सीमावर्ती प्रदेशों के साथ संयुक्त चेकिंग की जाएगी।