पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हरीश रावत ने हाईकमान से मांग की है कि राज्य के 2022 के विधानसभा चुनाव के लिए सेनापति के नाम की घोषणा की जाए। उन्होंने कहा है कि कांग्रेस अगर मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा में देरी करती है तो इसका कार्यकर्ता के मनोबल पर खराब असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि- ‘हरीश रावत को लेकर असमंजस नहीं होना चाहिए। मैं पार्टी के सेनापति के पीछे खड़ा रहूंगा।’
हरीश रावत ने सोशल मीडिया में लिखा है- ‘थैंक्यू देवेंद्र यादव जी, आपके बयान ने मेरा मान बढ़ाया। हरीश रावत ही क्यों! प्रत्येक नेता व कार्यकर्ता के बिना 2022 की लड़ाई अधूरी है, पार्टी को बिना लाग-लपेट के 2022 के चुनावी रण का सेनापति घोषित कर देना चाहिए । पार्टी को यह भी स्पष्ट कर देना चाहिए कि कांग्रेस की विजयी की स्थिति में वही व्यक्ति प्रदेश का मुख्यमंत्री भी होगा।’
उन्होंने कहा कि उत्तराखंड वैचारिक रूप से परिपक्व राज्य है। लोग जानते हैं कि राज्य के विकास में मुख्यमंत्री की क्षमता व नीतियों का बहुत बड़ा योगदान रहता है। हम चुनाव में यदि अस्पष्ट स्थिति के साथ जाएंगे तो यह पार्टी के हित में नहीं होगा। इस समय अनावश्यक कयास बाजियों और मेरा-तेरा के चक्कर में कार्यकर्ता का मनोबल टूट रहा है एवं कार्यकर्ता के स्तर पर भी गुटबाजी पहुंच रही है।