हरकी पैड़ी के गंगा मंदिर की छत का 25 साल बाद हो रहा निर्माण

0
533
हरकी पैड़ी
पिछले 25 साल से जिस मंदिर का मामला कोर्ट -कचहरी के चक्कर काट रहा था और जिस मंदिर की वजह से हरिद्वार हरकी पैड़ी की सुंदरता अधूरी थी, वह अधूरा मंदिर अब बनकर तैयार हो रहा है। राजा मानसिंह की छतरी के नाम से प्रसिद्ध हरिद्वार के ब्रह्मकुंड के बीचों-बीच स्थित गंगा मंदिर अब अपने नए स्वरूप में आ रहा है। उम्मीद जताई जा रही है कि जब श्रद्धालु कुंभ के दौरान हरकी पैड़ी पर डुबकी लगाने आएंगे तो उससे पहले यह मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा।
विश्व प्रसिद्ध हरकी पैड़ी पर वर्षों से अधूरा पड़ा यह मंदिर शुरू से ही विवादों में घिरा रहा है। हरिद्वार के तीर्थ पुरोहित इसे राजा मानसिंह की छतरी के नाम से पुकारते हैं। वहीं, मंदिर प्रबंधक और पुजारी इसे प्राचीन गंगा मंदिर मानते हैं। 1998 के कुंभ मेले से पहले अक्टूबर 1997 में इस मंदिर के मुख्य पुजारी बुधकर परिवार ने गंगा बंदी के समय मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू किया था। राजा मानसिंह की छतरी के नाम से मशहूर इस स्थापत्य निर्माण के मूल स्वरूप को बदल कर इसे बड़े मंदिर का रूप दिया गया था। तीर्थ पुरोहितों की संस्था गंगा सभा ने इस मंदिर का आकार बदलने का विरोध किया था। तब बुधकर परिवार इस मामले को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट पहुंचा।
सन् 2000 में उत्तराखंड राज्य बनने पर यह मामला नैनीताल हाईकोर्ट पहुंच गया। कुछ साल पहले हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने बुधकर परिवार को इस मंदिर के निर्माण की अनुमति प्रदान की थी। बुधकर परिवार ने इस मंदिर के निर्माण का कार्य शुरू कर दिया था। इस पर फिर से विवाद शुरू हो गया था। पिछले साल नैनीताल हाईकोर्ट ने हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण को इस मंदिर को पुराने स्वरूप में लाने और इसके लिए भी प्राधिकरण को विशेषज्ञों की एक टीम बनाकर निरीक्षण करने का आदेश दिया था।
हाईकोर्ट के आदेश के अनुपालन में हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण ने एक समिति बनाई थी, जिसके बाद इस मंदिर का कार्य प्रारंभ हो गया है। अब उम्मीद जताई जा रही है कि यह मंदिर जल्द बनकर तैयार भी हो जाएगा। गंगा सभा के महामंत्री तन्मय वशिष्ट ने बताया कि इस मंदिर का कार्य अब अंतिम चरण में है। अब इस मंदिर में फिनिशिंग का कार्य चल रहा है। जिसमें लगभग 1 से 2 माह और लग जाएंगे। इस मंदिर के बन जाने से हरकी पैड़ी की सुंदरता में चार चांद लग जाएंगे। इस मंदिर के साथ ही हरिद्वार की हरकी पैड़ी को एक अलग स्वरूप देने का कार्य गंगा सभा द्वारा किया जा रहा है।
कुंभ मेला अधिकारी दीपक रावत ने कहा कि इस मंदिर का निर्माण इंटेक्ट द्वारा कराया जा रहा है, जो कि इस तरह के कार्यों में काफी एक्सपर्ट मानी जाती है। हमारे द्वारा समय-समय पर मंदिर की मॉनिटरिंग भी की जा रही है। कुंभ से पहले इस मंदिर को बनाने के लिए दिशा- निर्देश भी दिए गए हैं। कार्य अंतिम चरण में है। कुंभ में यह मंदिर हरकी पैड़ी की सुंदरता को चार चांद लगाने का कार्य करेगा।