उत्तराखंड में शिफ्ट होने पर नीलम कटारा को सुरक्षा देने को लेकर केंद्र को नोटिस

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नीलम कटारा

दिल्ली हाईकोर्ट ने नीतीश कटारा की मां नीलम कटारा के उत्तराखंड में शिफ्ट होने पर सुरक्षा देने की मांग करने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए केंद्र सरकार को नोटिस जारी किया है। जस्टिस विभू बाखरु की बेंच ने कहा कि जब नीलम कटारा को दिल्ली में सुरक्षा मिली हुई है तो उन्हें उत्तराखंड में भी सुरक्षा मिलनी चाहिए। इस मामले पर अगली सुनवाई 20 नवंबर को होगी।

नीलम कटारा ने याचिका दायर कर कहा है कि वे इस महीने अंत तक दिल्ली से उत्तराखंड शिफ्ट होना चाहती हैं। नीलम कटारा को 2002 से सुरक्षा मिली हुई है। नीलम कटारा की ओर से वकील प्रदीप डे ने कहा कि वे आर्थिक और दूसरी वजहों से उत्तराखंड शिफ्ट होना चाहती हैं। केंद्र सरकार की ओर से वकील गौरांग कांत ने कहा कि नीलम कटारा को सुरक्षा के लिए उत्तराखंड सरकार के पास जाना चाहिए।

सुप्रीम कोर्ट ने 3 अक्टूबर 2016 को विकास यादव और विशाल यादव की सजा घटाकर 25 साल कैद कर दी थी जबकि  तीसरे दोषी सुखदेव पहलवान की भी सजा घटाकर 20 साल कर दी थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने विकास यादव और विशाल यादव को 25 साल और 5 साल की दो सजा यानि 30 साल कैद की सजा दी थी। जबकि सुखदेव पहलवान को बीस और पांच साल यानि 25 साल की कैद की सजा दी थी।

विशाल यादव यूपी के बाहुबली नेता डीपी यादव का भतीजा है। विशाल यादव और  विकास यादव चचेरे भाई हैं। दोनों नीतीश कटारा की हत्या के दोषी हैं। 17 फरवरी 2002 को नीतीश कटारा की हत्या कर दी गई थी। नीतीश कटारा का विकास यादव की बहन भारती यादव के साथ प्रेम संबंध था। यह प्रेम संबंध यादव परिवार को मंजूर नहीं था।