आने वाली 15 मई को भगवान बदरीनाथ के कपाट खोले जायेंगे। हांलाकि लॉकडाउन के कारण इस बार फिलहाल कपाट खुलते समय तीर्थयात्री या अन्य भक्त बदरीनाथ में नहीं होंगे, लेकिन, मंदिर प्रशासन और सरकार ने कपाट खुलने को लेकर अपनी तैयारियां पूरी कर ली हैं।
बद्रीनाथ के मुख्य पुजारी रावल ईश्वरी प्रसाद नम्बूदरी शनिवार को ऋषिकेश से जोशीमठ पहुंच गए। गौरतलब है कि बदरीनाथ धाम के कपाट बंद होने के बाद 6 महीने शीतकाल में रावल केरल अपने गृह राज्य में रहते हैं।
केरल से उत्तराखंड आने के बाद रावल को प्रशासन ने ऋषिकेश में 14 दिनों के लिए क्वारेंटाइन किया गया था। अपना क्वारेंटाइन पूरा करने के बाद रावल बीआरओ की अगवाई में जोशीमठ पहुंच गए। कोरोना लॉकडाउन के कारण रावल ने सभी लोगों से दूरी बना रखी है ।
अब रावल दो दिनों तक जोशीमठ के नरसिंह मंदिर में ही निवास करेंगे और आगामी 13 मई को भगवान शंकराचार्य की गद्दी और गाड़ी घड़ी के साथ रावल पांडुकेश्वर के योग ध्यान मंदिर के लिए प्रस्थान करेंगे।
13 तारीख रात्रि पांडुकेश्वर में ही निवास करने के बाद 14 तारीख को रावल की अगुवाई में शंकराचार्य की आराध्य गद्दी गाड़ी घड़ी और उद्धव एवं कुबेर की पालकी या बद्रीनाथ के लिए रवाना होंगी 15 तारीख को प्रातः 4:30 बजे ब्रह्म मुहूर्त में श्री नारायण के कपाट खोल दिए जाएंगे।