डेंगू रोकथाम को अलर्ट मोड में आया स्वास्थ्य महकमा

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देहरादून। राज्य में डेंगू रोग को लेकर स्वास्थ्य महकमा पहले से ही सतर्क नजर आ रहा है। स्वास्थ्य निदेशालय ने राज्य के सभी जनपदों को रोग से बचाव व मरीजों के लिए विशेष व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए। महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण डॉ. अर्चना श्रीवास्तव ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण के लिए जनपद स्तर पर की गई तैयारियों की समीक्षा के दौरान कई बहम दिशा निर्देश भी दिए।
गुरुवार को महानिदेशक ने राज्य के डेंगू संवेदनशील जनपदों जिसमें देहरादून, हरिद्वार, नैनीताल, उधमसिंहनगर, पौड़ी गढ़वाल व टिहरी गढ़वाल में डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम के लिए जनपद स्तर पर की गई तैयारियों की समीक्षा बैठक वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से की। समीक्षा बैठक में तमाम जनपदों के मुख्य चिकित्सा अधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों ने मौजूदा स्थति और डेंगू रोकथाम को लेकर की जा रही तैयारियों की जानकारी दी। बैठक में स्वास्थ्य महानिदेशक ने सभी जनपदों में समयांतर्गत समस्त डेंगू निरोधात्मक कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही इस साल राज्य में डेंगू रोग को फैलने से रोकने के उन्होंने नगर निगम/नगर पालिका व अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ​सभी विभागों के आपसी समन्वय से डेंगू लार्वा के पनपने के स्थानों को नष्ट करने, घरों के आसपास स्वच्छता रखने, पानी जमा ना होने देने के कार्यों के साथ ही डेंगू रोकथाम के लिए जन जागरूकता व जन सहभागिता बढ़ाने में मदद मिलेगी। उन्होंने डेंगू मरीजों के समुचित निदान व उपचार के लिए जांच सुविधा बेहतर करने और डेंगू वार्ड बनाने के भी निर्देश दिए।
बैठक में निदेशक डॉ. ताराचंद पंत ने सभी जनपदों को अंतर्विभागीय समन्वय बनाते हुए डेंगू निरोधात्मक कार्यवाही करने और डेंगू रोग के प्रति समुचित जन जागरूकता फैलाने का कार्य किए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि जनजागरुकता फैलेगी तो आम जनमानस में डेंगू के प्रति भय व्याप्त नहीं होगा। राज्य कार्यक्रम अधिकारी वैक्टर जनित रोग डॉ. पंकज कुमार सिंह ने बैठक में उपस्थित अधिकारियों को राज्य में डेंगू रोग की स्थिति और बीते साल के आंकड़ों की जानकारी दी। इस मौके पर स्वास्थ्य सेवा महानिदेशालय उत्तराखंड से डॉ. अमिता उप्रेति, डॉ. अंजलि नौटियाल, डॉ. अर्जुन सिंह सेंगर, डॉ. शिशुपाल सिंह नेगी व डॉ. जीएस तोलिया आदि मौजूद रहे।