स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर खोजेगी टीबी के मरीज

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रुद्रप्रयाग,  पुनरीक्षित राष्ट्रीय क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के तहत टीबी मुक्त उत्तराखण्ड का लक्ष्य हासिल करने के लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर टीबी लक्षणयुक्त मरीजों के बलगम के नमूने लेकर टीबी की जांच करेंगे। इसके लिए जिला क्षय अधिकारी के नेतृत्व में चार से चार जुलाई से लेकर 17 जुलाई तक सघन क्षय रोगी खोज अभियान चलाया जाएगा।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ एसके झा ने आम जनमानस से सघन क्षय रोगी खोज अभियान में सहयोग करने एवं जनपद को टीबी मुक्त करने के लिए अपील की है। उन्होंने बताया कि क्षय नियंत्रण कार्यक्रम के अन्तर्गत विकासखण्ड अगस्त्यमुनि के छह ग्राम सभा जोला पाट्यूॅ, ताल जामन बडेथ, डुंगर भटवाड़ी, नैनी पौण्डार सणगू, बीरों देवल, कौशलपुर, विकासखण्ड जखोली के तीन ग्राम सभा पौंठी ह्यूना, पौठी तल्ली, मखेत एवं विकासखण्ड ऊखीमठ के चार ग्राम सभा उषाडा, करोखी, हुडडू बरंगाली, दैड़ा काण्डा आदि गांवों का चयन किया गया है। टीम इन गांवों में जाकर संभावित लोगों की जांच रिपोर्ट तैयार कर टीबी घोषित होने पर निःशुल्क उपचार शुरू किया जाएगा।
मुख्य चिकित्साधिकारी ने समस्त जनमानस से अनुरोध किया कि टीबी रोग के प्रति फैली भ्रांतियों को दूर कर, स्वास्थ्य विभाग को अपना भरपूर सहयोग प्रदान करें और संभावित टीबी रोग के निदान के लिए अपने बलगम की जांच करायें तथा आवश्यकता पड़ने पर टीबी मुक्ति के लिए निःशुल्क उपचार लें। जनपद को क्षय रोगमुक्त बनाने में सहयोग प्रदान करें। नियमित सही उपचार लेने पर रोगी पूर्णतः रोगमुक्त हो जाता है। सरकार की ओर से टीबी रोगियों  को उपचार के दौरान बेहतर पोषण के लिए प्रति माह पांच सौ रूपये का पोषण भत्ता दिया जाता है।