हिमालया ने लॉन्च किया क्विस्टा किड्ज़

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मुंबई,  द हिमालया ड्रग कंपनी ने तीन साल से दस साल के बच्चों के लिए स्वादिष्ट और न्यूट्रिशन से भरपूर सप्लीमेंट क्विस्टा किड्ज़ के लॉन्च की घोषणा की है। कंपनी का दावा है यह बच्चों की वृद्धि में मदद करता है। रोग से लड़ने के लिए उनकी प्रतिरोधक शक्ति को मजबूत बनाता है और स्मरण शक्ति का विकास करता है।
क्विस्टा किड्ज़ में शत प्रतिशत मिल्क प्रोटीन, मिनरल्स व विटामिंस हैं। क्विस्टा किड्ज़ एक अद्वितीय मिश्रण है, जो वैज्ञानिक शोध और जाँचे परखे गए पारंपरिक तत्वों के फायदों से युक्त है। कंपनी के मुताबिक तीन में से एक बच्चे को कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के कारण स्कूल से छुट्टी लेनी पड़ती है, जिससे उनके शिक्षा प्रदर्शन पर बुरा असर पड़ता है। पौष्टिक और संतुलित आहार बच्चे की संपूर्ण वृद्धि के लिए अत्यधिक आवश्यक है। दैनिक आहार में मैक्रो एवं माईक्रो पोषक तत्व के महत्व की जानकारी लोगों के बीच कम है। समाज में माईक्रो-न्यूट्रिएंट्स की सबक्लिनिकल कमी अक्सर नजरंदाज हो जाती है। इसके कारण विटामिंस व मिनरल्स की एक अप्रत्यक्ष कमी उत्पन्न होती है, जिसे हिडन हंगर (छिपी हुई भूख) कहते हैं। यह अप्रत्यक्ष कमी बच्चों की वृद्धि व विकास को कम कर देती है।
क्विस्टा किड्ज़ बच्चों में हिडन हंगर का निवारण करने के लिए एक उत्तम न्यूट्रिशन पार्टनर है। इस फॉर्मुलेशन में 100 प्रतिशत मिल्क प्रोटीन है, जो वृद्धि में मदद करता है। अदरक पाचन शक्ति बढ़ाती है। इनुलिन प्रिबायोटिक फाईबर है और आंतों के स्वास्थ्य में सुधार करता है। इसमें कोलोस्ट्रम, तुलसी, विटामिन ए, विटामिन सी और विटामिन ई हैं, जो स्मरणशक्ति मजबूत करते हैं। फोलिक एसिड, विटामिन बी12, आयरन, आयोडीन तथा बादाम और मंडुकपर्णी स्मरणशक्ति बढ़ाने में मदद करते हैं।
बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. रश्मि मूर्ति के मुताबिक हिडन हंगर दुनिया में लाखों बच्चों को प्रभावित करती है। यह उस समय उत्पन्न होती है, जब खाने की गुणवत्ता न्यूट्रिशन की जरूरतों को पूरा नहीं करती। आज माता-पिता अपने बच्चों को संतुलित, न्यूट्रिशन से भरपूर आहार देने के लिए प्रयासरत रहते हैं लेकिन वो माईक्रो-न्यूट्रिएंट्स को नजरंदाज कर जाते हैं, जिसके कारण उत्पन्न हुई कमी बच्चों के स्वास्थ्य को प्रभावित करती है। कमी चाहे माईक्रो न्यूट्रिएंट्स की हो या मैक्रो न्यूट्रिएंट्स की हो, इससे आगे चलकर बच्चों का शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित हो सकता है। लिहाजा बच्चों के दैनिक आहार में मैक्रो व माईक्रो न्यूट्रिएंट्स को शामिल किया जाए। कंपनी के सीईओ फिलिप हेडन के अनुसार आज हर्बल तत्वों को बहुत अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है। लोग अपने दैनिक आहार एवं जीवनशैली में हर्बल तत्वों को शामिल करने का महत्व समझने लगे हैं। हिमालया पर हम ऐसे समाधान प्रस्तुत करते हैं, जो वैज्ञानिक शोध व जड़ी बूटियों के गुणों से युक्त हैं।