पहाड़ों की रानी मसूरी के हाथीपांव क्षेत्र में स्थित 172 एकड़ में फैले सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस का जीर्णोद्धार का काम शुरू हो गया है। इसी हाउस से सर जार्ज एवरेस्ट ने हिमालय की ऊंचाई नापी थी। अब इस स्थल को पर्यटक स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा।
इसी स्थान जार्ज एवरेस्ट का आवास तथा इससे लगभग 50 मीटर दूर प्रयोगशाला थी। अब इस क्षेत्र के जीर्णोद्धार का काम प्रारंभ हो गया है। यह काम एक वर्ष में पूरा होना है। जॉर्ज एवरेस्ट हाउस के कायाकल्प के बाद इसे पर्यटक स्थल के रूप में खोला जाएगा। इतिहासकार जयप्रकाश उत्तराखंडी बताते हैं कि मसूरी में हाथीपांव पार्क रोड क्षेत्र में 172 एकड़ में बने सर जॉर्ज एवरेस्ट हाउस (आवासीय परिसर) और इससे लगभग 50 मीटर दूरी पर स्थित प्रयोगशाला (ऑब्जर्वेटरी) का जीर्णोद्धार का कार्य अनलॉक के बाद शुरू हो गया है। उत्तराखंड पर्यटन संरचना विकास निवेश कार्यक्रम के तहत एशियन डेवलपमेंट बैंक द्वारा वित्त पोषित योजना द्वारा सर जॉर्ज एवरेस्ट हेरिटेज पार्क का जीर्णोद्वार कराया जा रहा है, जिसकी अनुमानित लागत 23.70 करोड़ रुपये है। जीर्णोद्धार का काम अरुण कंस्ट्रक्शन कंपनी को सौंपा गया है। इसका शुभारंभ पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने 18 जनवरी 2019 को किया था। यह कार्य 17 जून 2020 को समाप्त होना था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण कार्य समय से पूरा नहीं हो पाया। जॉर्ज एवरेस्ट हाउस को नये स्वरूप देने के लेकर कार्य तेजी से चल रहा है। शीघ्र ही जार्ज एवरेस्ट हाउस नये स्वरूप में नजर आएगा और पर्यटक इस ऐतिहासिक स्थल का भ्रमण कर सकेंगे।