उत्तराखंड में डॉक्टर बने राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल

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देहरादून , उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल से कई लोगों ने राष्ट्रीय स्तर पर अपना नाम कमाया है। वर्तमान में अजीत डोभाल एक ऐसा नाम है जिससे सफलता के कई मुकाम तय किए है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को कुमाऊं विश्वविद्यालय ने डॉक्टरेट की मानद उपाधि दी। कुमाऊं विवि का 14 वां दीक्षांत समारोह शुक्रवार को डीएसबी परिसर के एएन सिंह हॉल में सुबह दस बजे से शुरू हुई। समारोह में कुलाधिपति, कुलपति मेडल प्रदान करने के साथ ही पीएचडी की उपाधियां प्रदान की गई। इस बार राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल को मानद उपाधि प्रदान की गई, इसके अलावा दो डीएससी व एक डी-लिट की डिग्री दी गई।

गुरुवार को कुलपति प्रो. डीके नौडि़याल की मौजूदगी में सचिव राज्यपाल रविनाथ रमन, एडीसी असीम श्रीवास्तव, डीएम विनोद कुमार सुमन, एसएसपी जन्मेजय खंडूरी, एसपी सिटी हरीश सती, सीओ सिटी विजय थापा, एसओ प्रमोद पाठक, परिसर निदेशक प्रो एलएम जोशी, डीएसडब्लू प्रो. डीएस बिष्ट व डॉ महेंद्र राणा आदि ने एएन सिंह हॉल का निरीक्षण किया। कुलपति ने बताया कि समारोह में राज्यपाल डॉ केके पॉल, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ धन सिंह रावत, सांसद व पूर्व सीएम भगत सिंह कोश्यारी, विधायक संजीव आर्य केअलावा कार्य परिषद, सीनेट, अकादमिक सभा के सदस्यों के साथ शहर के गणमान्य लोग शामिल होंगे।

कुमाऊं विवि के 14 वां दीक्षांत समारोह कुमाऊंनी संस्कृति से सराबोर रहेगा। समारोह में मेडल के लिए चयनित छात्र-छात्राएं व शोधार्थी हों या अकादमिक शोभा यात्रा में शामिल होने वाले प्राध्यापक, विवि कार्य परिषद व सीनेट के सदस्य। प्रत्येक की कुमाऊंनी टोपी, खादी वास्केट में नजर आएंगे तो एएन सिंह हॉल में अतिथि-विशिष्ट अतिथियों, मीडिया समेत अन्य के बैठने के स्थानों को चिह्नित करने के लिए एपण के स्टीकर तैयार किए गए हैं। पहली बार विवि के दीक्षांत समारोह में वेद मंत्र गूंजेंगे। साथ ही ब्रिटिश शासन की पहचान गाउन पूरी तरह गायब रहेगा।