पहाड़ की लचर यातायात रास्तों में ड्रोन मील का पत्थर साबित हो रहा है।देहरादून से जनपद उत्तरकाशी को ड्रोन के माध्यम से रुटीन वैक्सीन उपलब्ध करायी गई। ड्रोन ने देहरादून से सायं 7.20 बजे जनपद उत्तरकाशी के लिए उड़ान भरी और सायं 8.00 बजे (40 मिनट) मनेरा स्टेडियम उत्तरकाशी में वैक्सीन की डिलीवरी स्वास्थ्य के सम्बन्धित अधिकारी-कर्मचारी को दी। वाहन के रास्ते देहरादून से उत्तरकाशी 5-6 घंटे लगते हैं।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विनोद कुमार कुकरेती ने जानकारी दी कि सचिव,चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, उत्तराखण्ड एवं जिलाधिकारी अभिषेक रुहेला के दिशा-निर्देश में स्वास्थ्य विभाग को ड्रोन तकनीक से जोड़ने का सफल ट्रायल किया गया। उन्होंने बताया गया कि पर्वतीय एवं सीमांत जनपद होने के कारण भूस्खलन के साथ-साथ भूकम्प की दृष्टि से यह संवेदनशील जनपद की श्रेणी में आता है। फलस्वरूप आवागमन समय-समय पर बाधित रहता है। इस कारण जीवन-रक्षक औषाधियां एवं आपातकालीन स्थिति में प्रयोग की जाने वाली औषाधियों की आपूर्ति समय से किया जाना सम्भव नहीं हो पाता है।
ड्रोन तकनीक के माध्यम से रुटीन वैक्सीन कोविड वैक्सीन जीवन-रक्षक औषाधियां एवं अन्य आवश्यक औषाधियों को ड्रोन सेवा के माध्यम से मंगाया जा सकता है। साथ ही इसका उपयोग चारधाम यात्रा के दौरान मरीजों को आवश्यक औषधियां, उपकरण एवं ऑक्सीजन को पहुंचाएं जाने में प्रभावी रूप से किया जा सकता है। कुकरेती ने बताया कि ड्रोन सेवा के सफल ट्रायल से भविष्य में ड्रोन तकनीक के उपयोग की दिशा में अहम कदम साबित होने की उम्मीद है। इसका उपयोग स्वास्थ्य के विभिन्न क्षेत्रों में मानव कल्याण के लिये किया जा सकता है।