नई दिल्ली। पूर्व भारतीय क्रिकेटर गौतम गंभीर ने सोमवार को कहा कि उन्होंने राजनीति में आने के बारे में अभी नहीं सोचा है। उन्होंने कहा कि फिलहाल वो समाज के लिए कुछ अच्छा करना चाहते है। इस दिशा में उनका फाउंडेशन पहले से ऐसा कर रहा है। गंभीर ने शहीदों के बच्चों के लिए एक फाउंडेशन की शुरुआत की है। यह फाउंडेशन वर्तमान में 50 बच्चों को स्पॉन्सर कर रहा है।
अपने फाउंडेशन को लेकर गंभीर ने कहा, ‘मुझे एक युवा परिवार मिल गया है। अभी उनके बारे में सोचने की जरूरत है क्योंकि मैंने शायद ही उनके साथ समय बिताया हो। मैं उनके शुरुआती दिनों को याद नहीं करना चाहता और हमें यह देखने देना चाहिए कि मैं यहां से कहां जाता हूं।’
वहीं, क्रिकेट विश्वकप में भारत-पाकिस्तान मैच पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए गौतम गंभीर ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि इस मसले पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड(बीसीसीआई) को फैसला लेना होगा। बोर्ड का जो फैसला होगा वही माना जाएगा। हालांकि व्यक्तिगत राय रखते हुए गंभीर ने एक बार फिर कहा कि भारत को पाकिस्तान से मैच नहीं खेलना चाहिए। एक मैच न खेलने से कोई फर्क नहीं पड़ेगा।
गौतम गंभीर ने यहां तक कहा कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच विश्वकप का फाइनल मैच होता है, तब भी भारत को मैच का बहिष्कार करने से हिचकना नहीं चाहिए। देश को इसके लिए भी तैयार रहना चाहिए। मेरी राय में किसी भी क्रिकेट मैच से ज्यादा देश के जवान की जान कीमती है। उन्होंने यह भी कहा कि समाज का एक तबका जरूर मैच का हिमायती बनेगा लेकिन हमें खेल और राजनीति को अलग रखना होगा।