(नई दिल्ली)देश में कोरोना के इलाज में प्लाज्मा थेरेपी कितनी कारगर है, इसका पता लगाने के लिए भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) 21 अस्पतालों में क्लीनिकल ट्रायल शुरू करने जा रहा है। इस संबंध में ड्रग कंट्रोलर ऑफ इंडिया से मंजूरी मिलने के बाद आईसीएमआर ने देश के 21 अस्पतालों को अनुमति दे दी है।
452 मरीजों पर किया जाएगा ट्रायल
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि आईसीएमआर ने देश के 21 अस्पतालों में प्लाज्मा थैरेपी शुरू करने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश तैयार कर लिए गए हैं। इस संबंध में देश भर से 111 अस्पतालों के आवेदन आए हैं। मौजूदा समय में गुजरात से 4 अस्पताल, महाराष्ट्र से 5, राजस्थान, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु और उत्तर प्रदेश से 2-2 अस्पताल के साथ कर्नाटक, तेलंगाना, पंजाब में एक-एक अस्पताल को मंजूरी दे दी गई है। इस प्लाज्मा थैरेपी के संबंध में अध्ययन करने के लिए सैंपल साइज 452 रखा गया है। यानी इतने कोरोना के मरीजों पर प्लाज्मा थैरेपी दी जाएगी। इस संबंध में क्लीनिकल ट्रायल के लिए दिल्ली से 7 अस्पतालों ने भी अनुमति मांगी है।
दिल्ली सरकार ने प्लाज्मा थैरेपी के शुरुआती नतीजे को उत्साहवर्धक बताया है। कोरोना के इलाज में यह थैरेपी कितनी कारगर हो सकती है, इस बात का पता लगाने के लिए अध्ययन किया जा रहा है।