जेट एयरवेज के पायलट्स यूनियन ने ‘वेतन नहीं तो काम नहीं’ का अपना निर्णय सोमवार तक टाल दिया है, क्योंकि सोमवार को एसबीआई के नेतृत्व वाले बैंकों के संघ की विमानन कंपनी के प्रबंधन के साथ बैठक होने वाली है।
नेशनल एविएटर्स गिल्ड (एनएजी) के एक सदस्य के अनुसार, पायलट सोमवार की बैठक के परिणाम का इंतजार करेंगे।
उम्मीद है कि विमानन कंपनी का प्रबंधन ऋणदाताओं के समक्ष धन डालने की एक नई योजना पेश करेगा।
यूनियन ने अपने सदस्यों से आग्रह किया है कि वे सभी सोमवार 10 बजे सिरोया सेंटर पर जमा हों।
एनएजी ने एक बयान में कहा है, ‘हमारी जानकारी में यह बात आई है कि कल सुबह विमानन कंपनी प्रबंधन और एसबीआई के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है।’
बयान में कहा गया है, ‘बैठक के आलोक में सदस्यों ने अपने टीम लीडर्स के जरिए अनुरोध किया है कि ‘वेतन नहीं तो काम नहीं’ का निर्णय टाल दिया जाए और विमानन कंपनी को एक और जीवनदान दिया जाए। लिहाजा निर्णय फिलहाल टाल दिया गया है।’
बयान में कहा गया है, ‘जगह और समिति के सदस्यों की उपलब्धता के अनुसार एक खुली बैठक थोड़ी देर में बुलाई जाएगी। हम अपने सदस्यों सेस आग्रह करते हैं कि वे बड़ी संख्या में उपस्थिति रहें।’
यूनियन ने 31 मार्च को अपनी पिछली खुली बैठक में उड़ान न भरने के निर्णय को 15 अप्रैल तक के लिए टाल दिया था।
विमानन कंपनी गंभीर संकट से गुजर रही है और कंपनी की अंतर्राष्ट्रीय उड़ानें निलंबित कर दी गई हैं।
फिलहाल जेट सात विमानों को संचालन कर रही है, वह भी घरेलू उड़ानों में। कंपनी की 80 फीसदी विमान सेवा से बाहर हो गए हैं, क्योंकि ठेकेदारों ने किराए का भुगतान न होने के कारण विमान देने से इंकार कर दिए हैं।
कंपनी ने रविवार को कहा कि उसने पश्चिम यानी एम्सटर्डम, लंदन और पेरिस के लिए अपनी उड़ानों को 16 अप्रैल तक के लिए रद्द कर दिए हैं।