ऋषिकेश, राष्ट्रमंडल खेलों में एक ओर जहां भारतीय महिला खिलाड़ियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से देश को गौरवान्वित कर रखा है। वहीं दूसरी ओर धार्मिक नगरी ऋषिकेश में भी देश के राष्ट्रीय खेल हॉकी को सीखने की ललक लड़कियों में देखने को मिल रही है।
आईडीपीएल खेल मैदान में हॉकी की बारीकियों को सीखने के लिए राजकीय महाविद्यालय सहित विभिन्न विद्यालयों की 25 से 30 छात्राएं रोजाना घंटों पसीना बहाते हुए देखी जा सकती हैं। विडम्बना यह है कि यहां राष्ट्रीय खेल हॉकी को सीखने की ललक युवतियों मे होने के बावजूद उन्हें ट्रेनिंग देने वाला कोई कोच नहीं है। इसके बावजूद इस खेल की दीवानगी इन तमाम छात्राओं में देखी जा सकती है।
कुछ सीनियर्स हैं, जो फिलहाल अपने अनुभवों के जरिए युवाओं को खेल की बारिकियां सीखाने में लगे हैं। इस बाबत खिलाड़ियों का कहना है कि हम तो हॉकी को सीखना-समझना चाहती हैं लेकिन कोई सीखाने वाला ही नहीं है। कुछ सीनियर्स हैं जो समय निकालकर हमें बताते रहते हैं। उन्होंने बताया कि प्रदेश सरकार को खेलों को बढ़ावा देने के लिए सकारात्मक कदम उठाने चाहिए तभी उत्तराखंड की खेल प्रतिभाएं आगे बढ़ पायेंगी।