पुणे टेस्ट में मिली 333 रनों की शर्मनाक हार को भुलाते हुए भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के दूसरे मैच में बराबरी करने के इरादे से उतरेगी भारतीय टीम ने ऐसे कम मौके देखे हैं जबकि घरेलू टेस्ट श्रृंखला में उसे शुरू में ही हार का सामना करना पड़ा हो और इसलिए चिन्नास्वामी स्टेडियम में होने वाला मैच अधिक दिलचस्प बन गया है।
कोहली और उनकी टीम का चिंतित होना और साथ ही सतर्कता बरतना जायज है क्योंकि पुणे की स्पिन लेती पिच पर स्टीव ओकीफी की स्पिन गेंदबाजी के सामने भारतीय बल्लेबाजों ने नतमस्तक होने में देर नहीं लगाई और टीम को 333 रन के भारी अंतर से हार का सामना करना पड़ा। इस हार से भारतीय टीम का 19 मैचों तक चला अजेय अभियान भी समाप्त हो गया और अब पिछली हार से सबक लेकर नए सिरे से शुरुआत करने का समय है। अनिल कुंबले की देखरेख में खेल रही टीम चिन्नास्वामी की पिच पर जीत दर्ज करके 4 मैचों की श्रृंखला में वापसी करने की कोशिश करने के लिए प्रतिबद्ध है। यहां की पिच पुणे की तुलना में कुछ बेहतर दिख रही है।
भारतीय बल्लेबाजों को आस्ट्रेलिया की नई स्पिन जोड़ी नाथन लियोन और ओकीफी से तो निबटना होगा साथ ही तेज गेंदबाजी की जोड़ी मिशेल स्टार्क और जोश हेजलवुड के खिलाफ भी सतर्कता बरतनी होगी जो उनके लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं। इसी तरह से भारतीय अभी तक स्टीव स्मिथ को सस्ते में आउट करने का तरीका नहीं ढूंढ पाए हैं। आस्ट्रेलियाई कप्तान ने पहले मैच की मुश्किल पिच पर दूसरी पारी में शतक जड़ा और वह अपनी इस फार्म को जारी रखना चाहेंगे।