ऋषिकेश, अंतराष्टीय युवा कुश्ती पहलवान लाभांशु शर्मा देश-विदेश कुश्ती के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बना चुके हैं और अब उत्तराखंड के युवाओं के लिए ऋषिकेश में प्रदेश की पहली अंतराष्टीय कुश्ती एकेडमी खोलने जा रहे।
लाभांशु शर्मा ने ऋषिकेश में बताया कि, “कुश्ती की ट्रेनिंग के लिए बडे शहरो का रुख करना पड़ा, यहा कुश्ती के लिए कोई कोचिंग की सुविधा नहीं है, इसलिए कुश्ती एकेडमी खोलने का निर्णय लिया है।”
उनके साथ इस मिशन में कोच के रूप में द्रोणाचार्य खेल पुरुस्कार से सम्मानित उत्तराखण्ड कुश्ती संघ के महासचिव पवन कुमार शर्मा है ओर ये अंतरराष्ट्रीय सुविधा वाली अकैडमी होगी जो निशुल्क स्थानीय युवाओं को कोचिंग देगी।
तीर्थनगरी ऋषिकेश के उभरते हुए पहलवान लाभांशु शर्मा ने अपने कॅरियर के पहले अंतरराष्ट्रीय मुकाबले में भारत को स्वर्ण पदक दिलाया। नेपाल के काठमांडू में आयोजित हुई इंडो-नेपाल कुश्ती चैंपियनशिप में लाभांशु ने नेपाल आर्मी के पहलवान को पटखनी दी।
काठमांडू नेपाल में 7 से 10 जून 2017 तक चैंपियनशिप का आयोजन किया गया। इसमें लाभांशु शर्मा ने 120 किलोग्राम भार वर्ग में देश का प्रतिनिधित्व किया, राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक हासिल कर चुके पहलवान लाभांशु के कॅरियर का यह पहला अंतरराष्ट्रीय मुकाबला था।
ऋीलंका में चल रहे तृतीय स्टूडेंट ओलंपिक इंटरनेशनल गेम्स- 2017 में लाभांशु शर्मा ने पाकिस्तान के पहलवान को करारी शिकस्त देकर भारत की झोली में स्वर्ण पदक डाला।
गौरतलब है कि लभांशु को न्यूजीलैंड में एक निजी कुश्ती एकेडमी द्वारा रेसलिंग कोच का प्रस्ताव मिला ।जिसके लिए उन्हें अच्छी सैलरी का भी ऑफर दिया गया लेकिन लभांशू शर्मा ने इस प्रस्ताव को लेने से मना कर दिया और कहा कि, “मैं विदेश में कोचिंग देने से अच्छा है कि मैं अपने प्रदेश में एकैडमी खोलकर और अपने प्रदेश ऋषिकेश के युवाओं को कुश्ती का प्रशिक्षण दूं। ताकि वह भी मेरे साथ आगे बढ़ सकें।”
उन्होंने कहा कि, “दूसरे देश में जाकर कोचिंग देने का कोई मतलब नहीं बनता पैसे कम मिले या ज्यादा, ये मायने नहीं रखता जरूरी यह है कि हमारे देश को किसी चीज से फायदा होगा। अगर मैं अपने देश में एकैडमी खोलता हूं तो वहां के बच्चों को इससे फायदा होगा और हमारे देश और राज्य उत्तराखंड को इसका फायदा मिलेगा।”
इसी सोच के साथ लाभांशु शर्मा ऋषिकेश में प्रदेश की पहली अंतराष्टीय कुश्ती एकेडमी खोलने जा रहे।