नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से आग्रह किया है कि उनको नई सरकार के मंत्रिमंडल में शामिल न किया जाए। उन्होंने अपनी सेहत का हवाला देते हुए कहा कि पिछले कुछ समय से उनका स्वास्थ्य खराब है और डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। ऐसे में उनकी सेहत का ख्याल करते हुए नए मंत्रिमंडल में शामिल न किया जाए ।
जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुधवार को लिखे पत्र में कहा कि उनकी सेहत पिछले कुछ समय से खराब है और डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि वे यह पत्र विनती करते हुए लिख रहे हैं कि वह अपने स्वास्थ्य और अपने लिए वक्त चाहते हैं। इसलिए वह किसी भी तरह की जिम्मेदारी वर्तमान और नई सरकार में नहीं संभाल सकते हैं।
वरिष्ठ नेता ने कहा कि पिछले 18 महीने से उनका स्वास्थ्य खराब चल रहा है। मोदी को संबोधित पत्र में उन्होंने कहा कि यह उनके लिए सम्मान की बात रही कि वह पिछले पांच साल उस सरकार का हिस्सा रहे, जिसका नेतृत्व आप (मोदी) कर रहे थे। इससे पहले भी पार्टी ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के कार्यकाल में उन्हें कई जिम्मेदारियां दी थी । उन्होंने कहा कि जब पार्टी सत्ता में थी तब भी और जब विपक्ष में रही, तब भी उन्हें कई महत्वपूर्ण दायित्व दिए गए। वह इससे ज्यादा की मांग नहीं कर सकते।
उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों अचानक अरुण जेटली के स्वास्थ्य को लेकर सोशल मीडिया पर खबर वायरल हुई थी। उसके बाद सरकार की ओर से इसका खंडन करते हुए पेश की गई सफाई में कहा गया था कि जेटली के स्वास्थ्य की स्थिति को लेकर जो खबरें चल रही हैं, वह पूरी तरह गलत और निराधार है। मोदी के पिछले कार्यकाल में जेटली के पास वित्त मंत्रालय का दायित्व था। वह सूचना व प्रसारण व रक्षा मंत्रालय का भी कुछ समय तक दायित्व संभाल चुके हैं।