बिजली का विलम्ब शुल्क माफ करने को लेकर जनसंघर्ष मोर्चा ने किया तहसील का घेराव

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विकासनगर। जनसंघर्ष मोर्चा कार्यकर्ताओं ने मोर्चा अध्यक्ष एवं जीएमवीएन के पूर्व उपाध्यक्ष रघुनाथ सिंह नेगी के नेतृत्व में तहसील घेराव कर मुख्यमन्त्री को सम्बोधित एक ज्ञापन गुरुवार को उपजिलाधिकारी विकासनगर जितेन्द्र कुमार को सौंपा। ज्ञापन में प्रदेश के विद्युत उपभोक्ताओं के बकाया बिलों पर विलम्ब शुल्क अधिभार माफ करने की मांग की गई है।
नेगी ने कहा कि प्रदेश के हजारों विद्युत उपभोक्ताओं पर कई-कई वर्षों के विद्युत बिल बकाया हैं| इन बकाये बिलों की धनराशि करोड़ों रुपये में है। कई विद्युत उपभोक्ता अपनी तंगहाली व अन्य परिस्थितियों के कारण समय पर बिल नहीं दे पाते तथा कई-कई महीनों एवं सालों के बिलों की धनराशि चुकाना उनके लिए मुसीबत का कारण बन जाती है। इन बिलों पर लगने वाले एरियर/विलम्ब शुल्क अधिभार (एक तरह से ब्याज) से बिल की रकम बढ़ती जाती है। इसके कारण प्रदेश भर के हजारों उपभोक्ताओं के संयोजन अस्थायी तौर पर विच्छेद कर दिए जाते हैं तथा कई के विच्छेद होने को हैं, लेकिन बिल की रकम उपभोक्ता पर पेंडिंग रह जाती है और बिल की रकम लगातार बढ़ती जाती है।
नेगी ने कहा कि अधिकांश बिल वैसे होते हैं, जिनके संयोजन अस्थायी तौर पर काट दिए जाते हैं| लेकिन उनको बिल लगातार न्यूनतम राशि के आते रहते हैं| ऐसी बिलों की संख्या प्रदेश में अत्याधिक है। इन उपभोक्ताओं की आर्थिक परिस्थितियों के दृष्टिगत इनके बकाया बिलों पर एरियर/विलम्ब शुल्क अधिभार माफ करने की पहल करनी चाहिए, जिससे सरकार का एकमुश्त करोड़ों रुपया सरकारी खजाने में आ जाएगा तथा उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी।
घेराव में मोर्चा महासचिव आकाश पंवार, विजयराम शर्मा, दिलबाग सिंह, डाॅ ओपी पंवार, विक्रम पाल, संध्या गुलेरिया ,सुशील भारद्वाज, गालिब प्रधान , इदरीश, अशोक गर्ग शामिल हुए।