इस बीच मां का डोला भी मखाने के दाने, फूलों व चुनरी से सजने लगा। इसके बाद करीब पौने चार बजे मंदिर से मां का डोला चैती धाम स्थित मां बाल सुंदरी देवी मंदिर के लिए निकला। डोला के आगे पुलिस फोर्स चल रही थी। पीछे मां का जयकार लगाते श्रद्धालू चल रहे थे।
मां मनसा देवी मंदिर से आगे बढ़ा डोला तो भीड़ उमड़ पड़ी। जैसे जैसे डोला आगे बढ़ता गया, वैसे वैसे श्रद्धालू डोले के साथ होते गए। सड़कों के किनारे लोग पहले से ही फूल माला लेकर डोले का इंतजार करते दिखे। डोला आते ही लोगों ने फूल मालाओं से स्वागत किया। बाजार, एमपी चौक होते हुए चैती धाम डोला पहुंचा।
आस्था इस कदर दिखी कि हर कोई इस डोले का गवाह बनने को बेताब दिखा। मंदिर में ब्रह्म मुहूर्त में मां बाल सुंदरी देवी की प्रतिमा अस्थायी रूप से श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए रखी गई। मां की पूजा व आरती के बाद श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए मंदिर का कपाट खोल दिया गया।