रुद्रप्रयाग, विश्व प्रसिद्ध धाम केदारनाथ के कपाट आजविधि-विधान के साथ आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोले गये। कपाट खोलने को लेकर बदरी-केदार मंदिर एवं प्रशासन ने लगभग सभी तैयारियां पूरी कर ली गयी। दो पड़ाव स्थलों में रात्रि विश्राम करने के बाद उत्सव डोली केदारपुरी पहुंची जहा भक्त फूल-मालाओं से स्वागत किया, अब छह माह तक यहीं पर सुबह व शाम की पूजा अर्चना संपन्न होगी।
छह माह तक यहीं पर विश्राम
बाबा केदारनाथ के कपाट 9 मई यानी गुरुवार की सुबह पांच बजकर 35 मिनट पर आम श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ खोल दिए गये, कपाट खुलने के बाद ग्रीष्मकाल के छह माह तक यहीं पर भगवान की नित्य पूजा संपन्न होगी। गत सोमवार को पंचगद्दी स्थल ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से बाबा केदार की पंचमुखी उत्सव डोली केदारपुरी के लिए रवाना हुई थी। मंगलवार को भगवान केदार बाबा की उत्सवा डोली ने फाटा से प्रस्थान अपने दूसरे पड़ाव स्थल गौरीकुंड में रात्रि विश्राम किया था।
जम्मू व कश्मीर रेजीमेंट की बैंड ने की अगुआई
बुधवार को सुबह-सुबह आठ बजे मुख्य पुजारी ने भोले बाबा की विशेष पूजा अर्चना कर भोग लगाया। इस दौरान गौरी गांव एवं गौरीकुंड के स्थानीय भक्तों ने बाबा केदार के दर्शन कर आशीर्वाद लिया। बाबा केदार की डोली अपने अंतिम पड़ाव स्थल के लिए रवाना होते समय भक्तों के जयकारों से क्षेत्र का पूरा वातावरण शिवमय हो उठा। डोली की अगुवाई 10 जम्मू व कश्मीर रेजीमेंट की बैंड धुनों ने किया। डोली के साथ मुख्य पुजारी केदारनाथ केदार लिंग, केदारनाथ नगर पंचायत स्थायी समिति के पूर्व अध्यक्ष श्रीनिवास पोस्ती, मंदिर समिति के कार्याधिकारी एनपी जमलोकी, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी राजकुमार नौटियाल, डोली प्रभारी यद्धुवीर पुष्पवाण, वेदपाठी यशोधर मैठाणी, वेदपाठी विश्वमोहन जमलोकी समेत सैकड़ों भक्त बड़ी संख्या में मौजूद रहे।
सभी सुविधाओं की गई है व्यवस्था
केदारपुरी देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की आगवानी को तैयार है। पर्याप्त मात्रा में राशन केदारपुरी पहुंचा दिया गया है और यात्रियों के रहने की भी धाम में समुचित व्यवस्था है। बिजली, पेयजल व संचार सेवा बहाल करने के साथ ही पैदल मार्ग पर घोड़ा-खच्चरों की आवाजाही भी सुचारु हो गई है।
तीन हजार श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था
केदारनाथ में करीब 300 टेंट लगाए गए हैं। इनमें तीन हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था की गई है। तीन हजार यात्रियों के ठहरने की व्यवस्था पूर्व से ही उपलब्ध है। इनमें से दो हजार यात्री पुरोहितों के पक्के भवनों और एक हजार गढ़वाल मंडल विकास निगम (जीएमवीएन) के अतिथि गृह में ठहराए जाते हैं। स्थानीय युवाओं को 250 टेंट लगाने की अनुमति दी गई है। प्रत्येक टेंट में दस यात्री ठहर सकते हैं। इसके अलावा जीएमवीएन भी टेंट लगा रहा है।
चिकित्सा दल भी तैनात
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एसके झा ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ ही सिग्स-सिग्मा की टीम के केदारनाथ में रहने से बीमार यात्रियों को काफी राहत मिलेगी। पहली बार द्वितीय केदार मध्यमेश्वर व तृतीय केदार तुंगनाथ में भी सिग्मा की टीम तैनात रहेगी। उन्होंने बताया क सिक्स सिग्मा हाई एल्टीट्यूट मेडिकल सर्विस की तीन एंबुलेंस गौरीकुंड व सोनप्रयाग में उपलब्ध रहेंगी।
चिकित्सा टीम में सबसे ज्यादा दिल के डॉक्टर
सिक्स-सिग्मा के डायरेक्टर डॉ प्रदीप भारद्वाज का कहना है कि टीम में छह कॉर्डियोलॉजिस्ट हैं, क्योंकि यहां सबसे ज्यादा हार्ट संबंधी दिक्कतें आती हैं। बताया कि गंभीर बीमार को तत्काल एम्म ऋषिकेश रेफर किया जाएगा, इसके लिए ऋषिकेश एम्स से एमओयू साइन हो गया है। इसके अलावा वेदांता अस्पताल नोएडा भी मरीजों को रेफर किया जाएगा।