मुख्यमंत्री रावत ने कहा है कि, “राष्ट्रहित सबसे बढ़कर होता है। मातृभूमि के प्रति सम्मान की भावना रखने वाला व्यक्ति ही देश की उन्नति में सहायक हो सकता है।” रविवार को सीएम आवास में आयोजित संक्षिप्त कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने शहीद स्वाभिमान यात्रा को देहरादून से आगे के लिए रवाना किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि, “भारतीय संस्कृति में जन्मभूमि को माता माना गया है। हमारा पहला दायित्व अपनी मातृभूमि के प्रति होता है। देश को स्वतंत्र कराने और उसके बाद देश की आजादी को बनाए रखने में शहीद होने वाले भारत माता के वीर सपूतों को कभी भुलाया नहीं जा सकता है। बड़ी खुशी की बात है कि हमारे युवाओं में शहीदों के प्रति सम्मान की भावना है।”
मुख्यमंत्री ने स्वाभिमान यात्रा के संयोजक सुरेंद्र सिंह बिधुड़ी व उनके साथियों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि स्वाभिमान यात्रा अपने उद्देश्यों में सफल होगी। गौरतलब है कि शहीद स्वाभिमान यात्रा 23 मार्च को नई दिल्ली से प्रारम्भ हुई थी। 79 दिनों तक देश के 23 राज्यों में अब तक 16500 किमी की यात्रा पूरी कर देहरादून पहुंची थी। कुल मिलाकर 29 राज्यों में 25 हजार किमी की यात्रा पूरी की जाएगी।