काशीपुर- कोसी नदी में अवैध खनन से दो गांव नहीं, बल्कि कई गांवों का अस्तित्व खत्म हो सकता है। ऐसे में अवैध खनन रोकने के लिए ऊधम सिंह नगर व रामपुर के जिलाधिकारी सक्रिय हैं।
कोसी नदी में बाढ़ के कारण किसानों की कृषि भूमि समा गई और इनमें फसल के बजाय रेता बजरी उगलने लगी। इस पट्टे की आड़ में खनन माफिया नदी में अवैध खनन करते हैं। वर्ष 2010 में नदी में बाढ़ आने से कई गांवों का कटान हो गया था। प्रशासन ने जेसीबी से खनन कराकर नदी की दिशा बदल दी थी। नदी के किनारे ग्राम मुकुंदपुर, अजीतपुर, चौहद्दा, पट्टीकला, घोसीपुरा, जमना, जमनी, अकर्राबाद हैं। मुकुंदपुर में 13 सौ व अजीतपुर चौहद्दा की 14 सौ आबादी है। इसके अलावा अन्य गांवों की आबादी काफी बड़ी है। कुछ दिन पहले प्रशासन ने ड्रोन से नदी का सर्वे कराया तो मुकुंदपुर व अजीतपुर की ऐसी तस्वीर सामने आई कि प्रशासन भी हैरत में पड़ गया। यदि समय रहते अवैध खनन पर अंकुश नहीं लगा तो गांवों का अस्तित्व खत्म हो जाएगा। यदि बरसात में नदी ने कहर बरपाई तो मुकुंदपुर व अजीतपुर के साथ अन्य कई गांव चपेट में आ जाएंगे जिससे कृषि भूमि के साथ मकान भी नदी में समा जाएंगे।