हैडाखान मार्ग पर हुई सड़क दुर्घटना में उत्तराखंड के मशहूर कुमाऊंनी लोकगायक पप्पू कार्की की मौत हो गई।सड़क दुर्घटना इतनी भीषण थी की गाड़ी में सवार पांच लोगों में से तीन की मौत मौके पर ही हो गई।जबकि 2 घायलों को हल्द्वानी के प्राईवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया है। लोकगायक पप्पू कार्की की मौत ने राज्य में शोक की लहर पैदा कर दी है। सीएम रावत ने टिव्टर के माध्यम से कार्की की मौत पर शोक जाहिर किया है।
शनिवार को कुमाऊंनी प्रसिद्ध गायक का पवेंद्र सिंह कार्की (पप्पू कार्की) का नैनिताल हल्द्वानी रोड मे कार दुरघटना में मौत हो गई।
जन्म: जून 30, 1984
जन्म स्थान: शैलावन गांव, पिथौरागढ़
पिता: स्व० कृष्ण सिंह कार्की
माता: कमला देवी
पत्नी: कविता कार्की
व्यवसाय: कुमाउँनी लोक गायक
पवेंद्र सिंह कार्की का नाम उत्तराखंड के युवा लोकगायकों में लिया जाता है, जिन्हें उत्तराखंड में पप्पू कार्की के नाम से लोकप्रियता मिली। इनके नाम न सिर्फ कई सुपरहिट गानें हैं बल्कि कई अवॉर्ड भी हैं जो इन्हें इनकी गायकी के लिए मिले हैं।
बचपनः
पप्पू कार्की का जन्म पिथौरागढ़ के शैलावन गांव में 30 जून 1984 को हुआ था। इनके पिता का नाम स्व० कृष्ण सिंह कार्की था और माता का नाम श्रीमती कमला देवी है। पप्पू का स्कूली शिक्षा—दीक्षा पिथौरागढ़ में ही हुई थी। उन्होंने अपनी स्नातक तक की पढ़ाई थल व बेरीनाग से की थी। उनकी पत्नी का नाम कविता कार्की हैं। उनका एक बेटा है जिसका नाम दक्ष है। दक्ष भी अपने पिता की तरह संगीत में दिलचस्पी रखता है। अभी पप्पू अपने पूरे परिवार के साथ हल्द्वानी में रहते थे।
करियरः
बचपन से ही संगीत के प्रति अपार रुचि रखने वाले पप्पू कार्की को अपने गुरु श्री कृष्ण सिंह कार्की का मार्गदर्श्न प्राप्त हुआ और वहीं से उनके मन में संगीत को अपना करियर बनाने की बात आई थी। उन्होंने अपने सफर की शुरुआत रामा कैसेट के साथ की जिसकी रिकॉर्डिंग दिल्ली में हुई, जिसमे उन्होंने न्योली गायी थी। 1989 में अपने करियर की शुरुआत करने वाले पप्पू कार्की का शुरुआती जीवन बहुत कठिनाई भरा रहा, उन्होंने 6 साल दिल्ली में और कई जगह नौकरी करी और साथ-साथ संगीत के क्षेत्र में भी जुड़े रहे। 2010 में उनकी एल्बम “झम्म लागदी” आई जो बहुत हिट हुई और फिर उनके पास एक से बढ़कर एक मौके आते रहे।प्रदीप भंडारी ने बताया कि वह इन दिनों अपनी एक एलबम की तैयारी कर रहे थे जिसकी शूटिंग वह जल्द ही धारचूला में करने वाले थे।