हरिद्वार कुंभ के लिए शनिवार को जूना अखाड़ा, आव्हान अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा के वरिष्ठ पदाधिकारियों ने शनिवार को धर्माचार्यों से विचार-विमर्श कर नगर प्रवेश, भूमि पूजन, धर्मध्वजा और पेशवाई तिथियां घोषित कर दीं।
आव्हान अखाड़े के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्यागिरि, अग्नि अखाड़े के कुंभ मेला प्रभारी श्रीमहंत साधनानंद ब्रहमचारी, जूना अखाड़े की निर्माण मंत्री श्रीमहंत शैलजा गिरि, थानापति नीलकंठ गिरि आदि ने विद्वान पंडितों की उपस्थिति में श्रीमहंत हरिगिरि महाराज से मुहूर्त निकालने के लिए मंथन कर तिथियों की घोषणा की।
श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने तिथियों की घोषणा की। उन्होंने कहा जूना अखाड़ा, आव्हान अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा तीनों एक साथ शाही स्नान करते हैं। इन तीनों की धर्मध्वजा और छावनी जूना अखाड़े के परिसर में ही स्थापित होती है। 25 जनवरी को जूना अखाड़े की अगुवाई में आव्हान अखाड़ा और अग्नि अखाड़ा नजीबावाद हरिद्वार मार्ग से रमता पंचों के नेतृत्व में नगर प्रवेश करेगा।
उन्होंने कहा कि 16 फरवरी को प्रातः 10ः23 मिनट से दोपहर 2 बजे तक भूमि पूजन किया जाएगा। उसके पश्चात तीनों अखाड़े अपनी धर्म ध्वजा स्थापित करेंगे। 27 फरवरी को दोपहर 12ः40 बजे पांडेवाला ज्वालापुर से जूना अखाड़े तक अग्नि अखाड़े की पेशवाई जूना अखाड़े पहुंचकर अपनी अपनी छावनियों में प्रवेश करेगी। आव्हान अखाड़ा 1मार्च को दोपहर 2 बजे अपनी पेशवाई निकालेगा।
आव्हान अखाड़े के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत सत्यगिरि महाराज ने बताया उनके अखाड़े का पेशवाई जुलूस भी पांडेवाला ज्वालापुर से प्रारम्भ होगा और जूना अखाड़ा मायादेवी पहुंचेगा। शाही स्नान तीनों अखाड़े एक साथ करेगे। श्रीमहंत हरिगिरि महाराज ने बताया कि परम्परा अनुसार जूना अखाड़ा सबसे आगे रहता है। उसके पीछे आव्हान अखाड़ा और उसके पीछे अग्नि अखाड़ा स्नान करता है। पहली बार इन अखाड़ों के अतिरिक्त किन्नर अखाड़ा और दण्डी स्वामी भी जूना अखाड़े के साथ शाही स्नान करेंगे।