कुमराड़ा गांव में बादल फटने से 300 परिवार प्रभावित, डीएम ने किया निरीक्षण

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विकास खंड चिन्यालीसौड़ के कुमराड़ा गांव में सोमवार को भारी बरसात और बादल फटने से हुई तबाही का मंजर देखने मंगलवार को अधिकारी पहुंचे। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कुमराड़ा गांव पहुंचकर हालात का जायजा लिया। उनके साथ पुलिस अधीक्षक मणिकांत मिश्रा भी रहे।
बताया गया है कि लोगों के घरों के अंदर पानी व मलबा चला गया था। इससे करीब 300 से अधिक परिवार प्रभावित हुए हैं। 110 हेक्टेयर कृषि भूमि,पेयजल लाइन, विद्युत पोल, व रास्ते क्षतिग्रस्त हुए हैं।  दो भैंस व दो बकरी की मृत्यु हुई है। दीपा देवी आदि का आवसीय भवन क्षतिग्रस्त हुआ है।
जिलाधिकारी ने अधिकांश घरों का निरीक्षण किया तथा ग्रामीणों को हर सम्भव मदद का भरोसा दिया। जिलाधिकारी ने पानी व बिजली की आपूर्ति शीघ्र बहाल करने के निर्देश विभागों को दिए। फिलहाल पानी के टैंकर भेजने के आदेश जल संस्थान को दिए। गांव में बिजली आपूर्ति शाम तक बहाल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि प्रभावित परिवारों के खाने- पीने व रहने के इंतजाम स्कूल में किया जाए। जिला पूर्ति अधिकारी को निर्देशित किया गया कि गांव में खाद्यान व रसोई गैस की आपूर्ति सुनिश्चित की जाय। मुख्य पशु चिकित्साधिकारी को मृत पशुओं का शीघ्र मुआवजा देने के निर्देश दिए। साथ ही गांव में पशुचारा का भी प्रबन्ध करने के निर्देश दिए।
मुख्य कृषि अधिकारी व राजस्व को तत्काल फसलों की क्षति का आकलन करने के निर्देश दिए। पीएमजीएसवाई को सड़क से मलबा हटाने के निर्देश दिए।सभी रेखीय विभागों के अधीनस्थ कार्मिक तीन दिन तक गांव में ही रहने के निर्देश दिए।  स्वास्थ्य विभाग को गांव में मास्क,सेनेटाइजर वितरण के साथ ही जीवन रक्षक दवाई व बच्चों, वयोवृद्ध लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण करने के निर्देश दिए। ग्रामीणों की विस्थापन की मांग को लेकर जिलाधिकारी ने भू वैज्ञानिकों से सर्वे कराने के साथ ही प्रस्ताव शीघ्र शासन में भेजने का आश्वासन दिया । इस दौरान उप जिलाधिकारी देवेंद्र नेगी, सीवीओ डॉ प्रलंकरनाथ, मुख्य कृषि अधिकारी गोपाल भंडारी, जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल,पूर्व जिला पंचायत उपाध्यक्ष प्रकाश चंद रमोला,पूर्व ब्लाक प्रमुख विजेंद्र सिंह रावत, ग्राम प्रधान विनोद पुरसोड़ा सहित पीड़ित ग्रामीण मौजूद थे।