(नई टिहरी), थत्युड़ ब्लाक के भुस्ती गांव में अतिवृष्टि के कारण आज सुबह महेंद्र सिंह का मकान ढह गया। दीवार ढहने से उनकी पत्नी विमला देवी के पैर पर चोट आई। गांव के लिए सड़क मार्ग न होने के कारण ग्रामीणों ने महिला को डंडों की पालकी बनाकर 6 किमी की पैदल दूरी नाप कर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंजगांव पहुंचाया। वहां पर भी एक्सरे की सुविधा न होने पर महिला हो हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया है।
आपदा में आज भी पहाड़ के गांवों को सड़क न होने व बदहाल सेवाओं का खमियाजा भुगतना पड़ रहा है। इसका नमूना धनोल्टी विधानसभा के ब्लाक थत्युड़ के गांव भुस्ती में देखने को मिला। यहां अतिवृष्टि से महेंद्र सिंह का मकान तो ढहा ही, साथ ही पत्नी विमला भी घायल हो गई। एक ओर मकान गिरने का दुख, दूसरी ओर गांव में सड़क न होने महिला को स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने की चिंता। किसी तरह गांव वालों की मदद से डंडों के साथ पालकी बनाकर बारिश के बीच महिला को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मंजगांव पहुंचाया गया। वहां पर बदहाल स्वास्थ्य सेवाओं के चलते मामूली एक्सरे की सुविधा भी नहीं मिल पाई। नतीजनत, महिला को अस्पताल से हायर सेंटर के लिए रेफर किया गया। इस तरह आपदा में दोहरी मुसीबतों का सामना ग्रामीणों को करना पड़ रहा है।