मध्य प्रदेश के राज्यपाल लालजी टंडन का मंगलवार को लखनऊ के मेदांता अस्पताल में निधन हो गया। बीमारी के चलते वह यहां 11 जून से भर्ती थे।
स्वर्गीय टंडन के बेटे और उत्तर प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री अशुतोष टंडन ने ट्वीट कर जानकारी दी कि उन्होंने आज सुबह मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली। पिछले कुछ दिनों से किडनी के साथ-साथ उनके लिवर में भी इंफेक्शन हो गया था। आज सुबह करीब 5.35 बजे मेदांता अस्पताल में अंतिम सांस ली।
आशुतोष टंडन ने दूसरा ट्वीट कर जानकारी दी है कि उनका अंतिम संस्कार राजधानी लखनऊ के चैक स्थित गुलाला घाट पर आज ही अपराह्न 4.30 बजे होगा। इसके पहले स्वर्गीय टंडन के अंतिम दर्शन के लिए उनका पार्थिव शरीर सुबह दस से मध्याह्न 12 बजे तक हजरतगंज के त्रिलोकनाथ रोड स्थित कोठी नं नौ पर रखा जाएगा। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके सोंधी टोला, चैक, लखनऊ स्थित आवास पर जाएगा। वहीं से अपराह्न करीब चार बजे गुलाला घाट के लिए अंतिम यात्रा प्रस्थान करेगी।
आशुतोष टंडन ने अपने ट्वीट में लोगों से अपील की है कि करोना आपदा के कारण सभी लोग शासन द्वारा निर्धारित दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए अपने-अपने घरों से ही बाबूजी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करें, जिससे कि शारीरिक दूरी का पालन हो सके।
85 वर्षीय राज्यपाल लालजी टंडन 11 जून से राजधानी के मेदांता अस्पताल में भर्ती थे। सोमवार को उनकी हालत नाजुक हो गई थी। इसको लेकर मेदांता अस्पताल की तरफ से भी सोमवार को मेडिकल बुलेटिन जारी की गई थी। वह अस्पताल में पिछले कई दिनों से लगातार वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे। पेट में रक्ताश्राव होने पर उनका ऑपरेशन भी किया गया था। इसके बाद से वह लगातार वेंटिलेटर पर थे। किडनी के साथ-साथ उनके लिवर में भी इंफेक्शन हो गया था।