चारधाम यात्रा मार्ग के प्रमुख पड़ावों पर एलईडी डिसप्ले बोर्ड लगाये जायेंगे। इनके माध्यम से यात्रियों, पर्यटकों को मौसम, सड़क बंद होने, क्या करे, क्या न करें, बुनियादी सुविधाओं आदि की जानकारी दी जायेगी। अभी एसएमएस व अन्य माध्यमों से जानकारी दी जा रही है। आपको बतादें कि चारधाम यात्रा के दौरान होने वाले प्राकृतिक रुकावटों जैसे की मौसम खराब होना,बारिश आदि पर नजर रखने के लिए और यात्रियों की सुविधा के लिए एलईडी डिसप्ले स्क्रीन लगाए जाऐंगे।
गौरतलब है कि यात्रा सीजन के दौरान होने वाले सड़क दुर्घटनाओं को ध्यान में रखकर इस तकनीक का इस्तेमाल किया जा रहा जिससे यात्रा करने वाले यात्रियों को मौसम और सड़क के बारे में जानकारी मिल सकें और आने वाली परेशानी से निपटने के उपाय भी पता चल सकें।
मुख्य सचिव एस.रामास्वामी ने सचिवालय में भारतीय मौसम विभाग के वरिष्ठ अधिकारी से मुलाकात की।मुलाकात में उन्हें बताया गया कि मसूरी और सुरकंडा देवी में एक्स बैंड डॉप्लर राडार स्थापित करने के लिए जगह का निरीक्षण कर लिया गया हैं। नैनीताल और पिथौरागढ़ में भी जगह फाइनल कर लिये गये हैं और भरोसा दिलाया कि अगले चरण में काम्पैक्ट माइक्रो रेन राडार लगाये जायेंगे।
बैठक में बताया गया कि चारधाम यात्रा मार्ग पर क्षेत्रफल के हिसाब प्रति घंटे मौसम का अनुमान जारी किया जा रहा है। तय किया गया कि यह जानकारी पुलिस, एसडीआरएफ, पर्यटन विभाग को भी दी जायेगी। आटोमेटेड वेदर स्टेशन स्थापित होने के बारे में मौसम विभाग ने टेक्निकल सपोर्ट देने का आश्वासन दिया। चार अतिरिक्त सचल आटोमेटेड वेदर स्टेशन भी स्थापित किये जोयेंगे।
बैठक में बताया गया कि भारतीय मौसम विभाग के विशेषज्ञ उत्तराखंड के विभागीय अधिकारियों को वर्कशाप के माध्यम से मौसम विभाग अनुमान के क्रियान्वयन के बारे में जानकारी देंगे। बैठक में सचिव आपदा प्रबंधन अमित सिंह नेगी, उप महानिदेशक भारतीय मौसम विभाग डॉ देवेन्द्र प्रधान, यूएआईडी के प्रमुख के.सी.साई कृष्णन, निदेशक मौसम केन्द्र देहरादून डॉ विक्रम सिंह, अधिशासी निदेशक डीएमएमसी डॉ पीयूष रौंतेला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।