(मसूरी) बीते गुरुवार को महावीर जयंती, गुड फ्राईडे, महीने का आखिरी शनिवार और फिर रविवार की छुट्टी कुल मिलाकर 4 दिन की छुट्टी, टूरिस्टों का जमावड़ा और गाड़ियों की कतार, कुछ ऐसे शुरु हुई पहाड़ों की रानी मसूरी की सुबह। शुक्रवार की सुबह रोज़ से अलग और ज्यादा शोर से भरी थी क्योंकि यहां पर्यटकों की लंबी लाईन लगी थी, चाहे मॉल रोड हो या लैंडोर या चार दुकान हर तरफ लोग ही लोग।
आम दिनों पर पहाड़ों की रानी मसूरी में हवाओं और पक्षियों का शोर होता है लेकिन साल के पहले लंबे विकेंड पर मसूरी में अपेक्षा से ज्यादा पर्यटकों की भीड़ पहुंच गई है, और इसका अंदाज़ा देहरादून से ही लग सकता है, शहर के अंदर ही एक जगह से दूसरी जगह जाने में लगभग एक घंटा लग रहा है।
जहां एक तरफ मेट्रोपॉलिटन शहरों के लोग गर्मी से राहत के लिए अपना वीकेंड बिताने मसूरी की तरफ आ रहे वहीं मसूरी में इतने पर्यटकों के आने से सड़के गाड़ियों से भरी हुई हैं, नतीजा शोर और प्रदूषण। हालांकि हिल स्टेशन होने की वज़ह से मसूरी को भीड़-भाड़ की आदत है लेकिन यह अलग है क्योंकि यह भीड़ अभी मसूरी में आने वाले रविवार तक रहेगी।
देहरादून से शुरु होने वाली इस भीड़ को देखते हुए ट्रैफिक निदेशक केवल खुराना ने दो इंस्पेक्टर, 15 कॉंस्टेबलों को मसूरी के लिए रवाना कर दिया है साथ ही सिटी पेट्रोल यूनिट के दो यूनिट भी मसूरी में इस सीज़न लगातार गश्त पर रहेगी।
तो अगर आप भी विकेंड पर मसूरी का प्लान बना रहें है तो रुके! मसूरी पहुंचने के लिए आपको जबरदस्त जाम का सामना करना पड़ सकता है और अगर मसूरी पहुंच भी गए तो भीड़ में आप वादियों का आनंद ठीक से नहीं ले पाऐंगे।
जहां एक तरफ पर्यटक मसूरी आने के लिए उत्साहित हैं वहीं मसूरी के क्षेत्रीय लोग इस भीड़ और शोर-शराबे से बचने के लिए घर में रहना पसंद कर रहे हैं। खैर, मसूरी इस वक्त पर्यटकों से गुलज़ार है और क्षेत्रीय लोगों को परेशानी का समना करना पड़ रहा है, लेकिन शायद हिल स्टेशन में रहने वालों के लिए यह आदत बन चुकी है।