उत्तराखंडः सतपाल महाराज के परिजन डिस्चार्ज होने के बाद नाटकीय ढंग से बीच रास्ते से एम्स लौटे

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    सतपाल महाराज
    उत्तराखंड के पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज के परिवार के कोरोना पीड़ित 5 सदस्यों को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), ऋषिकेश से सोमवार को डिस्चार्ज किए जाने के बाद नाटकीय ढंग से बीच रास्ते से बैरंग लौटना पड़ा। पहले उनकी इच्छा के अनुरूप उन्हें सोमवार शाम डिस्चार्ज कर दिया गया और गृह एकांतवास में रहने की सलाह दी गई। बताया गया कि ये सभी सदस्य एसिम्टमेटिक (जिस व्यक्ति में रोग के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हों) हैं। लिहाजा केंद्र सरकार की गाइड लाइन के आधार पर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। हालांकि महाराज दम्पति को एम्स में ही रखा गया।
    एम्स संस्थान की ओर से सोमवार को जारी हेल्थ बुलेटिन में संकायाध्यक्ष (अस्पताल प्रशासन) प्रो. यूबी मिश्रा ने बताया कि बीते रविवार को सूबे के काबीना मंत्री, उनकी पत्नी समेत सात पारिवारिक सदस्यों को कोरोना संक्रमित पाए जाने पर एम्स ऋषिकेश में भर्ती किया गया था। जहां सभी सदस्यों की विस्तृत जांच की गई। उन्होंने बताया कि परिवार के उक्त सदस्यों को सोमवार शाम डिस्चार्ज कर दिया गया है। साथ ही उन्हें गृह एकांतवास में रहने की सलाह दी गई है। उन्होंने बताया कि यह सभी  सदस्य ए-​सिम्टमैटिक हैं, लिहाजा ऐसे मरीज जिनमें कोरोना के लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं, को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की गाइड लाइन के तहत गृह एकांतवास में रखा जा सकता है। लिहाजा उनके व्यक्तिगत आग्रह पर उन्हें (महाराज के दोनों पुत्रों, बहुओं और एक बच्चे को) अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया तथा गृह एकांतवास में रहने की सलाह दी गई। उन्होंने बताया कि कबीना मंत्री के पारिवारिक जनों ने घर में एकांतवास में रहने की बेहतर व सुविधाजनक वातावरण की बात कही थी, लिहाजा उनके आग्रह पर सरकार की गाइड लाइन के तहत पांच लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
    सूत्रों के अनुसार सोमवार शाम को डिस्चार्ज होने के बाद सतपाल महाराज के ये सभी परिजन एम्स से निकलकर देहरादून के लिए रवाना हो गए। ये लोग रिस्पना पुल के पास पहुंच गए लेकिन उसी दौरान पार्टी के किसी व्यक्ति ने उन्हें सलाह दी कि बाद में विपक्षी दल इसे राजनीतिक मुद्दा बना देंगे, इसलिए वहां से ये लोग बैरंग एम्स के लिए लौट गए। एम्स के जनसम्पर्क अधिकारी हरीश मोहन थपलियाल का कहना है कि इन लोगों की इच्छा के मुताबिक इन्हें डिस्चार्ज किया गया था और अब इनकी इच्छा पर ही इन्हें फिर से भर्ती किया जा रहा है।
    सतपाल महाराज के कांटेक्ट में आए लोगों के सैम्पल लिये जाएंगे
    देहरादून के जिलाधिकारी  जिलाधिकारी डॉ. आशीष कुमार श्रीवास्तव ने अवगत कराया कि सतपाल महाराज की स्वास्थ्य जांच रिपोर्ट कोरोना पाजिटिव आने के फलस्वरूप उत्तराखण्ड शासन से कैबिनेट बैठक के दिन प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से बैठक में शामिल हुए गण्यमान्य व्यक्तियों की सूची हेतु शासन को अनुरोध किया गया है ताकि उनके अन्य व्यक्तियों से मिलने की जानकारी भी प्राप्त की जा सके । उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय,  भारत सरकार द्वारा निर्गत आदेशों का अनुपालन करते हुए कार्यवाही की जायेगी।
    जिलाधिकारी ने बताया कि रेड जोन से आने वाले व्यक्तियों को एकांतवास किया जा रहा है। नैनीताल कल ही रेड जोन घोषित हुआ है, इसलिए वहां से आने वाले व्यक्तियों को संस्थागत एकांतवास किया जाने अथवा गृह एकांतवास किया जाने का  निर्णय राज्य आपदा प्रबन्धन प्राधिकरण द्वारा निर्गत मानक प्रचालन कार्यविधि के अनुसार आगे की कार्यवाही की जायेगी।
    कैबिनेट बैठक में शामिल मंत्री गृह एकांतवास में
    शुक्रवार को कैबिनेट बैठक में शामिल रहे मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों ने आज खुद को गृह एकांतवास में कर लिया है। हालांकि उस दिन कैबिनेट बैठक में डा. अरविंद पांडेय और यशपाल आर्य बैठक में शामिल नहीं हुए थे, लिहाजा ये दोनों लोग गृह एकांतवास में नहीं हैं।