चमोली जिले के 135 गांव हुए हिमाच्छादित, कई सड़कें भी अवरूद्ध 

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गोपेश्वर,  चमोली जिले में पिछले 36 घंटों से लगातार हो रही वर्षा और बर्फवारी के चलते चमोली जिले के अधिकांश गांव हिमाच्छादित हो गये हैं। चमोली जिले में बर्फवारी के कारण 135 गांव प्रभावित हुए है। वहीं राष्ट्रीय राजमार्ग भी कई स्थानों पर बर्फवारी से अवरूध है। हिमपात से गांवों में विद्युत आपूर्ति के साथ ही पानी की सप्लाई भी बाधित चल रही है। पूरा जिला शीतलहर की चपेट में आ गया है। जिससे जनजीवन प्रभावित हो गया है। हिमक्रीडा स्थली औली में बर्फवारी से सैलानियों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। यहां के होटल व्यवसायियों व साहसिक पर्यटन से जुडे व्यवसायियों के चेहरे खिल उठे है।
बुधवार की रात्रि से शुक्रवार तक लगातार हो रही वर्षा व हिमपात के कारण चमोली जिले के उंचाई वाले गांव हिमाच्छादित हो गये है। भारी हिमपात के कारण लोगों का घरों से निकलना दूभर हो गया है। हिमक्रीडा स्थली औली में चार से पांच फीट तक बर्फवारी होने की सूचना है। वहीं बदरीनाथ हाईवे भी लामबगड से आगे, जोशीमठ नीती बोर्डर रोड, गोपेश्वर चोपता उखीमठ मोटर मार्ग, जोशीमठ औली मोटर मार्ग बर्फवारी के कारण बाधित चल रहे है। निजमूला घाटी व दीवाली खाल भरारीसैण के गांवों में हिमपात के कारण विद्युत आपूर्ति बाधित हो गई है। वहीं उंचाई वाले स्थानों के गांवों में भारी हिमपात के कारण पानी की लाइन जमने से पेयजल आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
कहां कितनी हुई वर्षा 
चमोली जिले के तहसील चमोली में 11 एमएम, जोशीमठ 30, कर्णप्रयाग 28, पोखरी 15, गैरसैण 42, थराली 19 व घाट तहसील के अंतर्गत 34 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई है।
किस विकास खंड कितने गांव हुए है प्रभावित
बर्फवारी से चमोली जिले के सभी नौ विकास खंड प्रभावित हुए है। सबसे अधिक थराली विकास खंड में 37 गांव बर्फवारी से प्रभावित है। इसी प्रकार जोशीमठ में 25, देशोली में 10, पोखरी में 11, गैरसैण में 12, कर्णप्रयाग में पांच व घाट में 25 गांव प्रभावित हुए है।
क्या कहते है अधिकारी 
आपदा प्रबंधन अधिकारी, चमोली नंदकिशोर जोशीने बताया कि चमोली जिले में बर्फवारी के कारण 135 गांव प्रभावित हुए है जिसमें सबसे ज्यादा थराली विकास खंड  प्रभावित हुआ है। वहीं बर्फवारी के कारण बदरीनाथ हाईवे लामबगड से आगे बाधित  है। इधर बोर्डर रोड भी मलारी क्षेत्र में बाधित चल रही है।