मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और उच्चाधिकारियों की बैठक में निर्णय लिया गया कि प्रदेश में व्यावसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बाजार खुलने के समय को प्रातः 7ः00 से सायं 7ः00 बजे तक किया जाए।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिये कि अन्तरजनपदीय यात्राओं के लिए सम्बन्धित व्यक्ति द्वारा दी गई सूचना के साथ ही उसे अविलम्ब पास की उपलब्धता सुनिश्चित करायी जाए। उन्होंने छोटे निर्माण कार्यों के लिए स्थानीय स्तर पर श्रमिकों को अनुमति प्रदान करने के साथ ही, जो व्यक्ति अपने कार्य से सीमित अवधि के लिए आ रहे हैं, उनके लिए एकांतवास की अवधि की अनिवार्यता में शिथिलता प्रदान करने को कहा।
उन्होंने पुलिस महानिदेशक को यह भी निर्देश दिये कि बाजारों में शारीरिक दूरी की व्यवस्था का अनुपालन कड़ाई से सुनिश्चित किया जाए। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक के अनुरोध पर कोरोना के दृष्टिगत ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों को आवश्यकतानुसार पीपीई किट, मास्क, सैनिटाइजर आदि की व्यवस्था के लिए अपेक्षित धनराशि की व्यवस्था आपदा प्रबंधन एवं विभागीय बजट से किये जाने के भी निर्देश दिये।
त्रिवेन्द्र ने कहा कि लोगों में कोरोना वायरस के भय को दूर करने, तथा इसके बचाव के उपायों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए इससे जुड़े डॉक्टरों के छोटे-छोटे वीडियो तैयार कर ग्राम पंचायतों तक उपलब्ध कराये जाएं। उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से ठीक हुए लोगों के अनुभवों को भी इसमें शामिल किया जाए ताकि समाज में कोरोना के प्रति सकारात्मक सोच विकसित हो सके।
मुख्यमंत्री ने जिलाधिकारियों से जनपद में इस महामारी की रोकथाम के लिए प्रभावी व्यवस्था बनाये रखने तथा बीमार व्यक्तियों के उचित उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि शारीरिक दूरी, मास्क, सेनिटाइजर के अनिवार्य रूप के उपयोग से हम इस महामारी को रोकने में कामयाब हो सकेंगे। इस दिशा में जन जागरुकता के प्रसार पर भी उन्होंने बल दिया।
बैठक में मुख्य सचिव उत्पल कुमार सिंह, सचिव अमित नेगी, नितेश झा, राधिका झा, शैलेश बगोली, पुलिस महानिदेशक अनिल रतूड़ी, पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था अशोक कुमार, आईजी संजय गुंज्याल, अभिनव कुमार व रिद्धिम अग्रवाल आदि उपस्थित थे।