11 करोड़ के साइबर घोटाले का प्रमुख केरल से गिरफ्तार

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उत्तराखंड एसटीएफ ने अंतरराष्ट्रीय साइबर घोटाले का पर्दाफाश करते हुए 11 करोड़ के घोटाले के प्रमुख हवाला आपरेटर को केरल में गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले गिरोह का एक अन्य सदस्य देहरादून टीम द्वारा बेंगलुरू से गिरफ्तार किया जा चुका है।

एसटीएफ ने बताया कि नई-नई योजनाओं के माध्यम से ठगी का कारनामा करने वाले इन आरोपितों के विरुद्ध साइबर क्राइम पुलिस को एक शिकायत प्राप्त हुई, जिसमें मोबाइल नंबर 447878602954 व अन्य नंबरों के माध्यम से स्वयं का लीसा नाम बताते हुए एक वेबसाइट पर म्युचुअल फंड में धनराशि लगाकर लाभ कमाने का लालच देकर एक करोड़ रुपये की आनलाइन धोखाधड़ी की गई थी। इस पर उत्तराखंड पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर प्रकरण की जांच निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला को सौंपी।

जांच निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला ने अपर निरीक्षक सुनील भट्ट को जांच का जिम्मा सौंपा, उनके द्वारा मुकदमे में मुख्य सरगना महमीद शरीफ पुत्र सुलेमान निवासी उडुपी कर्नाटक को 6 फरवरी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अन्य आरोपितों की तलाश थी, जिसकी अपर निरीक्षक मुकेश चंद्र ने जांच की। आरोपितों का केरल राज्य से संबंधित होने के कारण टीम वहां पर भेजी गई। टीम ने आरोपित वैश्यक एनीकृष्णन पुत्र एनीकृष्णन निवासी केरल को गिरफ्तार किया। दोनों गिरफ्तारियों में शिकायत की धनराशि आरोपितों के खाते में आई थी।

इन आरोपितों से पांच डेविड कार्ड, लाइसेंस, पेनकार्ड, वोटर आईडी कार्ड, आधार कार्ड बरामद किए गए। यह आरोपी मैसेज के माध्यम से निवेश करने की सलाह देते थे। एटीएम के माध्यम से 10 हजार के प्रारंभिक राशि से यह ठगी प्रारंभ होती थी और धीरे-धीरे आरोपित पैसा हड़पने का काम करते थे। इसके लिए आरोपी फर्जी सिमकार्ड का भी प्रयोग करते थे।

पुलिस टीम में अपर उपनिरीक्षक मुकेश चंद्र, आशीष गुसाई, पवन कुमार, पवन पुंंडीर आदि शामिल थे।