चीन से लौटे युवक ने गांव में शुरू किया मशरूम का उत्पादन

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मशरूम
  • कर्णप्रयाग ब्लॉक के पारतोली गांव के निवासी दीपक पुंडीर ने की पहल
  • पुंडीर के प्रयासों की चहुंओर सराहना, बड़े स्तर पर उत्पादन की योजना
कोरोना संक्रमण से विश्वस्तर पर हुए लॉकडाउन में अपने गांवों को लौट चुके प्रवासी युवकों में कई युवा अब गांवों में ही स्वरोजगार शुरू कर रहे हैं। ऐसे ही युवाओं में शामिल हैं कर्णप्रयाग ब्लॉक के पारतोली गांव निवासी दीपक पुंडीर। दीपक चीन से गांव लौटा है। इसने गांव में मशरूम का उत्पादन शुरू किया है।
पारतोली निवासी सतेंद्र पुंडीर ने बताया कि दीपक कोरोना से पनपे रोजगार संकट में युवाओं को राह दिखा रहा है। बीपीएड प्रशिक्षत दीपक ने योग की डिग्री भी ली है। इसके बाद चीन के बीजिंग शहर में दीपक अच्छे पैकेज पर नौकरी कर रहा था लेकिन लॉकडाउन के चलते दीपक घर लौट आया। इस दौरान दीपक ने मशरूम गर्ल दिव्या रावत से मशरूम का प्रशिक्षण लिया। इसके बाद गांव के दो पुराने कमरों में मशरूम उत्पादन शुरू किया।
दीपक ने बताया कि अभी करीब तीन से चार हजार प्रति माह आय हो रही है। अब इसे बड़े स्तर पर तैयार किया जाएगा। साथ ही अन्य युवाओं को भी जोड़ने के प्रयास किए जाएंगे।