क्रिकेट वर्ल्ड कप में देश जहां भारत की पाकिस्तान पर जीत का जश्न मना रहा था वहीं उत्तराखंड के लिये खेल के अलग मैदान से एक और अच्छी खबर आई। मसूरी की नंदिनी कुमोला ने हैदराबाद में 2nd अंतर्राष्ट्रीय ताईकॉंडो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किया।
हैदराहबाद से फोन पर हमसे बात करते हुए नंदिनी काफी खुश सुनाई दी, “मुझे पूरा यकीन था कि मै मेडल हासिल करूंगी। मैने इस प्रतियोगिता में अपना पूरा दम लगाया था और मेरी कोचिंग भी बेहतरीन हुई थी।”
पिछले ढाई साल से नंदिनी के कोच शत्रुध्न चांद को भी नंदिनी की कामयाबी पर पूरा भरोसा था, “प्रतियोगिता के लेवल के लिये नंदिनी की तैयारी पर मुझे पूरा भरोसा था। ये खेल मैने भी खेला है और मैने नंदिनी को इसी तरह तैयार किया था। उसने अपने ग्रुप में 20 लड़कियों से मुकाबला किया और अंत में जीत हासिल की।”
नंदिनी हर रोज़ सुबह करीब एक घंटा और शाम को करीब दो से ढाई घंटा ट्रैनिंग करती है।क्लास नौ में पढ़ने वाली नंदिनी ताईकॉंडो में ब्लैक बेल्ट हैं और खेल के साथ पढ़ाई को भी बखूभी मैनेज करती हैं।
हैदराबाद में नंदिनी का मुकाबला अपने से 5 किलो भारी प्रतिद्वदियों के साथ हुआ। लेकिन इस बात ने नंदिनी के हौंसलो पर कोई चोट नही आने दी। देर रात 2 बजे तक चले मुकाबले में नंदिनी अपने सारे प्रतिद्वंदियों को मात देते हुए गोल्ड मेडल पर कब्जा किया।
नंदिनी की कामयाबी और मेहनत का सफर यहां से धीरे नहीं बल्कि और तेज़ होने जा रहा है। वो अब जल्द से जल्द अपनी ट्रेनिंग दोबारा शुरू करना चाहती है। इस बार नंदिनी का लक्ष्य है एशियन गेम्स और ओलंपिक गोल्ड।