देहरादून। देहरादून शहर में गंदगी का अंबार लगता जा रहा है। लेकिन इसे लेकर नगर निगम बेपरवाह है। निगम के अफसरों की नींद टूटने का नाम नहीं ले रही। सफाई कर्मियों की हड़ताल के कारण आज से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चमरमरा गई है। हालत ये रही कि गली-मोहल्लों में सड़ रहे कूड़े से अब दुर्गंध उठने लगी है। बीते रोज हुई बारिश के कारण कूड़ा भीगने के कारण समस्या और भी बढ़ गई है।उधर, नगर निगम कर्मचारियों का बुधवार को भी निगम परिसर में धरना जारी रहा। फिलहाल कर्मचारी पीछे हटने के मूड में नहीं दिख रहे हैं। दूसरी ओर, अब तक नगर निगम और शासन की ओर से कर्मचारियों की समस्याओं के निदान के लिए ठोस पहल नहीं की गई है।
पिछले काफी समय से आउटसोर्सिंग कर्मचारी अपनी मांग को लेकर आंदोलनरत हैं। नगर निगम की ओर से इन 522 कर्मचारियों को संविदा में रखा जाना था। शासन ने 408 पद सर्जित किए थे। लेकिन पिछले डेढ़ साल से इनकी मांग लंबित है। पूर्व मेयर विनोद चमोली भी इनकी मांग को पूरा करने का वायदा नहीं निभा पाए। इस वजह से कर्मचारियों में नगर निगम से लेकर सरकार के प्रति खासा गुस्सा है। बुधवार को सुबह से कर्मचारी नगर आयुक्त के कक्ष के सामने धरने पर बैठ गए। उन्होंने यहां जमकर नारेबाजी अौर प्रदर्शन किया। हड़ताल के कारण बुधवार से सफाई कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ। दून की सड़कों से नालियों का सफाई का काम ठप हो गया है।
शहर की कॉलोनियों एवं गली मोहल्लों में कूड़ा उठान का काम पूरी तरह से ठप हो जाने के कारण कूड़ा सड़ने लगा है। इसकी दुर्गंध के कारण आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो रख है। नगर निगम के स्थाई कर्मचारियों के भी हड़ताल पर चले जाने के कारण अब हालात और भी बेकाबू हो गए हैं। नगर निगम के वरिष्ठ नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आरके सिंह का कहना है कि हड़ताल खत्म कराने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं।